मछली मारने तालाब में उतरे सैंकड़ो ग्रामीण
न तो रहा सोशल डिस्टेंसिन का ख्याल, न चेहरे पर दिखा मास्क
कुंदा थाना क्षेत्र के रंथा तालाब का मामला
कमाल, बर्मा, बेसरा और अमौना गांव के ग्रामीणों की करतूत
चतरा : झारखंड में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण व जिला प्रशासन की सख्ती के बाद भी ग्रामीण अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। अधिकारियों के सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के उपयोग की अपील को धता बताते हुए ग्रामीण खुलेआम सरकारी निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ताजा मामला जिले के घोर नक्सल प्रभावित कुंदा थाना क्षेत्र के रंथा तालाब से जुड़ा है। जहां मछली की लालच में कमाल बर्मा बेसरा और मामा गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने कोरोना गाईडलाईन की खुलेआम धज्जियां उड़ाई है। मछली खाने के लालच में एक साथ कमाल, बर्मा, बेसरा और अमौना गांव के सैकड़ों लोग तालाब में एक साथ जाल लेकर उतर गए। इस दौरान न तो किसी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का ख्याल रहा और ना ही किसी के चेहरे पर मास्क ही नजर आया।
ऐसे में ग्रामीणों की मामूली लापरवाही से इलाके में वैश्विक महामारी कोरोना के दस्तक का खतरा बढ़ रहा है। लोग जान हथेली पर रखकर सरकारी निर्देशों का माखौल उड़ा रहे हैं। हां हालांकि पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर ग्रामीणों को अपनी गलती का एहसास जरूर हो रहा है। ग्रामीण सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ मास्क के उपयोग की बात जरूर कर रहे हैं। ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि सरकारी निर्देशों को मानने की बात कहने वाले ग्रामीण अपनी आदतों से बाज आते हैं या फिर प्रशासन को सख्ती से उनसे निबटने की जरूरत पड़ती है।