झरिया, पीस एंड जॉय स्कुल में कामरेड सफ़दर हाशमी की 33वीं शहादत दिवस, जनवादी लेखक संघ की ओर से मनाया गया इसकी अध्यक्षता जनवादी लेखक संघ के अध्यक्ष साथी नारायण चक्रवर्ती ने की तथा दलित शोषण मुक्ति मंच के राष्ट्रीय सचिव व झारखंड राज्य अध्यक्ष शिव बालक पासवान इस कार्यक्रम में मौजूद थे। साथी जियाउल रहमान ने सफदर हाशमी कि कई कविताओं को प्रस्तुत किए जिसमें पढ़ना लिखना सीखो यह मेहनत वालों, क, ख, ग, अलीफ, को हथियार बनाकर लड़ना सीखो, डॉक्टरी इसरार, इफ्टा के साथी विस्थापन पर एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए ।
सफदर हाशमी एक कम्युनिस्ट, नाटककार, कलाकार, निर्देशक, गीतकार, लेखक ,कवि , जनवादी सांस्कृतिक आंदोलन के नेता एवं कलाविद थे। सफदर जन नाट्य मंच और दिल्ली में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के* *स्थापक- नेता ! सफदर की जनवरी १९८९ में साहिबाबाद में एक नुक्कड़ नाटक ‘हल्ला बोल’ खेलते हुए हत्या कर दी गई थी। कार्यक्रम में साथी भगवानदास, गोपाल लाल, मधु बनर्जी, समीम खान, देवनन्दन शर्मा तथा अन्य लोग शामिल थे।