धनबाद : सिटी मास्टर प्लान के अंतर्गत 2023 में हर हाल में इसके संचालन का खाका नगर निगम ने तैयार कर लिया है। दिल्ली की एजेंसी क्रेडिबल को अंतिम तौर पर रिवाइज्ड डीपीआर बनाने का निर्देश दिया गया है। इसमें कुछ नए रूट का निर्धारण, बस स्टोपज, चार्जिंग स्टेशन आदि जोड़ा जाना है। 120 बसों की खरीदारी के लिए 548 करोड़ रुपये का बजट बनाया गया है। यह दस वर्षों के लिए होगा। यानि दस वर्षों में विभिन्न चरण में बसों की खरीदारी, रखरखाव व संचालन पर यह राशि खर्च की जाएगी।
बरटांड़ बस स्टैंड में बनेगा बस टर्मिनल
बरटांड़ बस स्टैंड में लगभग 16 एकड़ जमीन है। इसमें निजी बस संचालकों को भी जगह दी गई है। यहां 120 बसों के लिए बरटांड़ बस स्टैंड में बस टर्मिनल बनाया जाएगा। प्रथम चरण में अगले वर्ष सड़कों पर 40 इलेक्ट्रिक एवं सीएनजी बसें उतारी जाएंगी। हर दस मिनट पर बसें खुलेंगी। सिटी मास्टर प्लान में दस वर्षों का खाका खींचा गया है। प्रत्येक वर्ष लगभग 54 करोड़ रुपये धनबाद नगर निगम को मिलेंगे।
टर्मिनल और चार्जिंग स्टेशन भी बनेगा
बसों के संचालन के लिए एक दर्जन से अधिक टर्मिनल और चार्जिंग स्टेशन बनेंगे। एक बस की लागत लगभग 25 से 30 लाख रुपये होगी। बस पड़ाव के लिए छोटे-छोटे टर्मिनल भी बनेंगे। धनबाद शहर, झरिया, सिंदरी, मैथन, चिरकुंडा, तोपचांची, गोमो, गोविंदपुर आदि में टर्मिनल होंगे। इसके अलावा गैरेज, सर्विस सेंटर भी बनेगा। शहर के बाहर बड़ी और शहर के अंदर छोटी बसों का संचालन होगा।