धनबाद:झारखंड बांग्ला भाषा उन्नयन समिति का एक बैठक एलसी रोड, हीरापुर मैं संपन्न हुआ। बैठक को संबोधित करते हुए सभी वक्ताओं ने एक स्वर से कहा कि पूर्व सांसद स्वर्गीय ए.के. राय कोयलांचल के मजदूर किसान शोषित वंचित लोगों का एक आवाज थे। उन्होंने हमेशा यहां के लोगों को आगे बढ़ाने का काम किया। सिंदरी फर्टिलाइजर कंपनी में अधिकारी के पद पर वे तैनात थे। बाद में उन्होंने यहां के लोगों के ऊपर जुल्म अत्याचार के खिलाफ लड़ाई करना शुरू किया ,और अपना नौकरी से इस्तीफा दे दिया।70 के दशक में कोयलांचल में बाहुबली, कोल माफिया का दबंग का शिकार यहां के गरीब मूलवासी आदिवासी को लेकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार किया एवं यहां से माफियाओं को भगाने का काम किया।तीन बार विधायक एवं तीन बार सांसद रह चुके ए.के. राय ने अपने पेंशन को राष्ट्रपति कोष में दान दे दिया। झारखंड अलग राज्य आंदोलन में उनका भूमिका अहम था।लेकिन दुख की बात यह है कि झारखंड बनने का बाद किसी सरकार ने उनको उचित सम्मान नहीं दिया। इसलिए आगामी 30 दिसंबर को समिति द्वारा सरायढेला बालाजी पेट्रोल पंप के समीप राय साहब के नाम लिखा हुआ बोर्ड लगाने का निर्णय लिया गया तथा बाद में उसी स्थान में राय साहब का मूर्ति लगाया जाएगा। साथ ही साथ समिति द्वारा 3 जनवरी को शहीद श्यामल चक्रवर्ती की शहादत दिवस आईएसएम गेट पर शहीद श्यामल चक्रवर्ती की मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दिया जाएगा। बैठक में मुख्य रूप से बेंगू ठाकुर, कल्याण भट्टाचार्य, राणा चट्टराज, सम्राट चौधरी, सुशोवन चक्रवर्ती, कल्याण राय, समीर मंडल,राजू प्रमाणिक,शिबू चक्रवर्ती, रघुनाथ राय,राजीव मंडल,जॉयदेब चटर्जी आदि लोग शामिल थे।