झरिया / दलित शोषण मुक्ति मंच के झारखंड प्रदेश के राज्य अध्यक्ष शिव बालक पासवान ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि 3,4,5 दिसंबर 2022 दलित शोषण मुक्ति मंच के अखिल भारतीय सम्मेलन बेगूसराय ,बिहार में होने जा रहा है पासवान तथा 12 प्रतिनिधि शामिल होंगे सम्मेलन में जाने के दौरान उन्होंने कहा कि 26 नवंबर
सविधान दिवस के अवसर पर महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा द्वारा अभिभाषण आदिवासी समाज , दलितों पीड़ित शोषित समाज वर्गो के लिए प्रेरणा स्रोत हैं ।अभिभाषण में उनकी अंतरात्मा की आवाज शोषित पीड़ितों के लिए और उत्थान के लिए विचलित करता है। जमानत के बावजूद छोटे-मोटे अपराधों में जेलों में बंद आदिवासियों की दुर्दशा को लेकर दियै गये। मार्मिक भावुक भाषण के बाद सुप्रीम कोर्ट ने देशभर के जेल अधिकारियों को ऐसे कैदियों का ब्यौरा 15 दिन के भीतर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। ताकि उनकी रिहाई के लिए एक राष्ट्रीय योजना बनाई जा सके। विशेषकर झारखंड और अपने गृह राज्य उड़ीसा के गरीब आदिवासियों की दुर्दशा पर संज्ञान लेने की बात कही, जिनके पास जमानत राशि भरने के लिए पैसे की कमी है। ऐसे लोगों जमानत मिलने के बावजूद जेल में हैं। उन्होंने न्यायपालिका से इस संदर्भ में कुछ कदम उठाने की बात भी कही।
ऐसे प्रेरणादायक और प्रभाव कारी करवाई के लिए दलित शोषण मुक्ति मंच झारखंड राज्य कमेटी धन्यवाद और अभिनंदन करता है।