संवाददाता।जी0 कुमार|
कांड्रा| गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत दुग्धा पंचायत के खूंचीडीह प्राथमिक विद्यालय परिसर में ग्राम प्रधान सह मांझी बाबा वीरधान मांझी की अध्यक्षता में ग्रामीणों की बैठक हुई. इसमें खरकई नदी पर चल रहे सौंदर्यीकरण कार्य के विरोध में चल रहा आंदोलन पर चर्चा की गयी. साथ ही कार्य पर रोक नहीं लगाये जाने पर अनशन करने की चेतावनी दी गयी.प्राकृतिक सार्वजनिक संजय नदी पर असंवैधानिक रूप से बांध परियोजना एवं दोनों छोरों से कई किलोमीटर लंबाई तक कैनल की खुदाई व सौंदर्यीकरण के विरुद्ध आदिवासी मूलवासी भूमि रक्षा पार्टी समेत अन्य आदिवासी संगठनों ने 8 जुलाई को डीसी कार्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया थाआदिवासी मूलवासी भूमि रक्षा पार्टी के अध्यक्ष सह मुख्य सलाहकार संग्राम मार्डी एवं ग्राम प्रधान सह मांझी बाबा वीरधान मांझी के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया था.तकरीबन सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण तीर धनुष एवं तलवार के साथ प्रदर्शन किए सभी आदिवासी अपने पारंपरिक वेशभूषा धारण कर प्रदर्शन किए थे.पुरुष के साथ साथ महिला भी तलवार लेकर प्रदर्शन करती हुई नजर आई थीं अनुमंडल पदाधिकारी के कार्यालय से लेकर जिला उपायुक्त के परिसर तक चल कर प्रदर्शन किया गया था
इसके पश्चात जिला उपायुक्त के परिसर में बैठकर उन्होंने प्रदर्शन किया एवं जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा था.इसी संदर्भ में आज खुचिडीह प्राथमिक विद्यालय परिसर मेंग्राम प्रधान सह मांझी बाबा वीरधान मांझी के अध्यक्षता में एक दिवसीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया.इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि यदि सरकार संजय नदी बांध परियोजना एवं सौंदर्यीकरण के विरुद्ध कोई फैसला नहीं लेती है तो भूख हड़ताल किया जाएगा.वही आदिवासी मूलवासी भूमि रक्षा पार्टी के अध्यक्ष सह मुख्य सलाहकार संग्राम मार्डी ने कहा कि 8 जुलाई को गजिया बराज के तहत केनाल निर्माण के विरोध में जो प्रदर्शन किया गया था ,उनके संदर्भ में आज बैठक किया गया.उन्होंने कहा कि इस बैठक में विशेष रुप से प्रभावित गांव के ग्रामीण मांझी बाबा सह ग्राम प्रधान वीरधान मांझी उपस्थित हुए इसमें यह फैसला लिया गया कि ग्रामीणों द्वारा सौंदर्यीकरण के विरुद्ध ज्ञापन सौंपा गया था.यदि सौंदर्यीकरण का रोकथाम नहीं किया जाता है तो एक दिवसीय सांकेतिक भूख हड़ताल रखा जाएगा. उसके पश्चात सरकार को एक सप्ताह का समय दिया जाएगा यदि सात दिन बाद भी फैसला नहीं आता है तो जिला कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकाल के लिए भूख हड़ताल में बैठेंगे .
इसके पश्चात भी यदि सरकार सौंदर्यीकरण के विरुद्ध कोई फैसला नहीं लेती है तो न्यायपालिका का सहारा लिया जाएगा.वही ग्राम प्रधान सह मांझी बाबा वीरधान मांझी ने कहा कि जल जंगल जमीन से हम लोगों को वंचित किया जा रहा है जब तक हमारा अधिकार हम लोगों को नहीं मिल जाता हम लोग लड़ते रहेंगे.वही ग्राम चौड़ा के ग्राम प्रधान सह मांझी बाबा राजेश कुमार हांसदा ने कहा की 8 जुलाई को किए गए प्रदर्शन में क्या कमियां रही एवं उसका क्या नतीजा निकला इस संदर्भ में आज बैठक किया गया .आगे की रणनीति यही है कि यदि सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया तो भूख हड़ताल किया जाएगा. इसके पश्चात भी यदि निर्णय नहीं लिया गया तो कानून का सहारा लिया जाएगा .हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में रिड दायर किया जा सकता है.खुचिडीह ग्राम प्रधान सह मांझी बाबा वीरधान मांझी, ग्राम चौड़ा ग्राम प्रधान सह मांझी बाबा राजेश कुमार हांसदा, आदिवासी मूलवासी भूमि रक्षा पार्टी के अध्यक्ष सह मुख्य सलाहकार संग्राम मार्डी, कालीचरण हांसदा, शिवनाथ बेसरा, गोरखा हांसदा, टिलुंग बास्के, महावीर हांसदा, रासु मार्डी, सुनाराम हांसदा, विरधान बास्के,लखन हांसदा ,राहुल बास्के, सोमय हांसदा, सूरजु हांसदा, अजय बास्के , राजाराम सोरेन , दीकु बास्के, राजेश कुमार हांसदा, घासी राम नायक ,दशरथ हेंब्रम ,वीरेन सोरेन, टेरका मांझी ,भागवत बास्के आदि लोग उपस्थित थे.