सरायकेेला| कोरोना के कहर के कारण श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव की लहर पिछले दो सालों से नही दिखी।इस दौरान श्री कृष्ण भक्तों में काफी निराशा का माहौल बना रहा।परंतु बदलते वक्त और हालात के मद्देनजर स्थिति संतुलन की और बढ़ती नज़र आ रही है ,कृष्ण भक्तों में जोश उमंग बढ़ने लगा है और श्रद्धालु कृष्ण भक्ती के लिए आतुर दिखने लगे हैं।विदित हो कि गौड़ सेवा संघ के क्षेत्रीय कमिटी,महालीमुरूप के द्वारा सरायकेला प्रखंड अंतर्गत जगन्नाथपुर गांव की रंगाटांड मैदान पर स्थित श्री कृष्ण मंदिर परिसर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पूजन सह मेला का आयोजन किया जाता है परंतु पिछले दो सालों से कोरोना के दुष्प्रभाव को देखते हुए उक्त आयोजन बंद किये गए थे।शनिवार को गौड़ सेवा संघ के क्षेत्रीय कमिटी,महालीमुरूप द्वारा जगन्नाथपुर गांव के कृष्ण मंदिर प्रांगण में नीलसेन प्रधान की अध्यक्षता में साल 2022 के कृष्ण जन्माष्टमी आयोजन को लेकर कमेटी सदस्यों की बैठक की गई। उक्त बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिए गया कि कोरोना के आंशिक असर को देखते हुए जारी कोरोना गाइड लाइन का अनुपालन कर इस वर्ष विशेष परंपरागत तरीके से जन्माष्टमी की पूजा अर्चना 18 अगस्त को किया जाएगा। पूजा का प्रारंभ रात्रि 9 बजे से किया जाएगा जो मध्यरात्रि 12 बजे भगवान श्री कृष्ण जन्मापरांत तक चलेगा। जानकारी देते हुए कमिटी सदस्य सह श्रीकृष्ण सेवक हेमसागर प्रधान ने बताया कि पूजा अर्चना के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया जाएगा। साथ ही क्षेत्र के लोगों के मनोरंजन हेतु पांच दिवसीय मीनाबाजार सह मेला का आयोजन होगा। इसकी रूप रेखा 30 जुलाई को होने वाली अगली बैठक में तय किया जाएगा।जिसमे श्री कृष्ण जन्माष्टमी पूजा, मीनाबाजार,मेला आयोजन कमिटी का गठन कर जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।उक्त बैठक में कमिटी की और से महालीमुरूप क्षेत्रीय गांवों के सभी प्रबुद्ध लोगों को उपस्थित होने की अपील की गई है।मौके पर गौड़ सेवा संघ की क्षेत्रीय कमेटी, महालीमुरूप व पूजा कमेटी के नीलसेन प्रधान, कृष्णा कुमार प्रधान, नागेश्वर प्रधान, जगन्नाथ प्रधान, हेमसागर प्रधान, विष्णु प्रधान,संजय प्रधान, राजेंद्र प्रधान,आशीष प्रधान,सूरज प्रधान, शिवा, करण समेत अन्य उपस्थित थे।