सरायकेला | खरसांवा प्रखंड अंतर्गत चिलकु पंचायत सचिवालय में शुक्रवार को राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड (श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार) क्षेत्रीय निदेशालय -जमशेदपुर के तत्वावधान में द्विदिवसीय मनरेगा श्रमिक प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन हुआ।कार्यक्रम के समापन सत्र में बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक संजय कुमार ने अपने संबोधन में मनरेगा श्रमिकों की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि गरीबी,अशिक्षा तथा जागरूकता की कमी के कारण के मनरेगा श्रमिकों के जीवन में गुणात्मक परिवर्त्तन नहीं हो पा रहा है। इन समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए उन्होंने शिक्षा की आवश्यकता पर विशेष बल दिया।आगे श्री कुमार ने कहा कि भारत सरकार के ई-श्रम पोर्टल सेवा के तहत मनरेगा श्रमिक अपना निबन्धन कराकर सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। जागरूकता का अभाव के कारण सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का समुचित लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है।मौके पर बोर्ड के वरिष्ठ शिक्षा पदाधिकारी राज किशोर ने अपने
सम्बोधन में मनरेगा को महत्वपूर्ण बताते हुए इसके महत्व की चर्चा की। जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्र के श्रम शक्ति को सालाना 100 दिन रोजगार देने का प्रावधान किया गया है ताकि ग्रामीण क्षेत्र से श्रमिकों का पलायन को रोका जा सके एवं उनका सामाजिक तथा आर्थिक विकास सुनिश्चित किया जा सके। मनरेगा के तहत रुपये 194/- मजदूरी देने का प्रावधान है।उन्होंने मनरेगा श्रमिकों को कौशल विकास कर स्वरोजगार से जुड़ने का सुझाव दिया। इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि श्री जगत किशोर प्रधान ने अपने सम्बोधन में श्रमिकों के कल्याण में श्रमिक शिक्षा कार्यक्रमों को नितान्त जरूरी बताया। इस कार्यक्रम में 40 श्रमिकों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन बोर्ड के कार्यक्रम समन्वयक श्री हेमसागर प्रधान ने किया । उन्होंने बी ओ सी लेबर कार्ड बनाने के तरीके,आधार कार्ड संशोधन प्रक्रिया, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना तथा आयुष्मान भारत योजना के बारे में जरूरी जानकारी प्रदान किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पंचायत की मुखिया सविता मुंडारी,पंचायत समिति सदस्य श्रीमती ज्योत्सना मंडल,वार्ड सदस्य शम्भू मण्डल, गुलाबी मण्डल,रिंकी महतो आदि का सराहनीय योगदान रहा।