धनबाद/ झरिया/ असलम अंसारी/ जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के जेलगोड़ा सात नंबर की रहने वाली नाबालिक कक्षा 9 की छात्रा मन्तशा हत्या मामले में पुलिस ने मृतिका की माँ परवीन खातून के बयान पर 79/22 में अपहरण कर हत्या का मामला दर्ज किया है।घटना को लेकर जोरापोखर पुलिस ने एक महिला सहित आधा दर्जन युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।परंतु नतीजा अभी तक कुछ नही निकला पाया है। थाना प्रभारी राजदेव सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने बिसरा सुरक्षित रखा है।मृतक मन्तशा की हत्या के बाद पोस्मार्टम करा कर जेलगोड़ा कबिस्तान में मट्टी मंजिल मंगलवार की रात मे ही कर दिया गया।सऊदि अरब में काम करने वाले पिता आशिक अहमद जेलगोड़ा आने के लिए परेसान हैं।
मृतका की बड़ी बहन नेहा अजमेरी ने पुलिस को बताया की शक है की एक वर्ष पूर्व पैसा के लेन देन को लेकर पडोस के रहने वाले फूफा नफिल अंसारी, एवम फुआ शहनाज खातून के साथ में विवाद हुआ था।पुलिस उनलोगों से पूछताछ करेगी तो कुछ सुराग हाथ लग सकता है।जोड़ापोखर पुलिस ने दोनों रिस्तेदार के अलावा शिक्षक जिनके पास ट्यूशन पढ़ने जया करती थीं।रिस्तेदार के तीन युवक, एक सहेली सभी नवालीक को थाना लाकर पूछताछ कर रही हैं। पुलिस को अभी तक हत्या में शामिल कोई कड़ी नही मिल पा रहा है, जिससे की मुख्य अपराधियों को गिरफ्तार कर सके।
मन्तशा की हत्या प्रकरण में परिजनों से मिलने पहुँची भाजपा नेत्री रागिनी सिंह। श्रीमती सिंह ने मृतका की बडी बहन नेहा अजमेरी मां प्रवीण खातून से मिलकर कही की इस दुख की घड़ी में हम हर तरह से साथ है। उन्होंने कहा की झरिया की विधायक के कार्य काल में लोगों में भय है की वह लड़की पढ़ाये,या फिर लड़की को बचाये। झरिया में आये दिन हत्या, बलत्कार,लूट हो रहा है। श्रीमति सिंह ने जोड़ापोखर पुलिस को आड़े हाथों लेते हुए कहा की मन्तशा की गुमशुदगी में पुलिस तत्परता दिखाया जाता तो उसकी जान बच सकती थी। पुलिस ने खोजी कुत्ता क्यो नही बुलवाया। ताकि घटना स्थल से बरामद सामग्री के माध्यम से अपराधियों को पकड़ा जाय। मिलने वालों में जिला मीडिया प्रभारी शबनम खान,नौशाद खान,अखिलेश सिंह, सुजीत सिंह, अभिषेक पाण्डेय, गणेश साव, उमेश यादव, आदि