धनबाद। झारखंड अभिभावक संघ का एक प्रतिनिधि मंडल कैप्टन प्रदीप मोहन सहाय के नेतृत्व में जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा अधीक्षक से मिलाकर निम्नलिखित बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की तथा यथोचित कार्रवाई करने की एवं अपनी ओर से चिट्ठी निर्मित करने का आग्रह किया
जिसमे कोविड-19 के ओमीक्रान वैरीअंट वायरस के बढ़ रहे संक्रमण के कारण जिले के सभी स्कूल पूर्णता बंद रहे थे। जोकि झारखंड सरकार का आदेश पत्रांक संख्या 1006 /26 जून 2020 के अनुपालन में था। इसलिए सभी प्राइवेट स्कूलों द्वारा इस दरमियान ली गई ट्यूशन फीस के अलावा अन्य मदों में ली गई फीस सरकार के इस आदेश के खिलाफ है तथा जो भी फीस वसूली की गई है जिसका सामंजन करवाने हेतु प्राइवेट स्कूलों को आदेश निर्गत किया जाना चाहिए।
झारखंड शिक्षा न्यायाधिकरण संशोधन अधिनियम 2017 के तहत धनबाद जिले में जिला फीस समिति का गठन करना था जो आज तक नहीं बन पाई है। समिति गठन की मांग कैप्टन सहाय ने रखी। वही जिला प्रशासन संबंधित विभाग द्वारा झारखंड सरकार के आदेश पत्रांक संख्या 1006/26 जून 2020 का अनुपालन करवाने में पूरी तरह विफल साबित हुए हैं ।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने आश्वासन दिया कि उपरोक्त मुद्दों को ध्यान में रखकर संबंधित सभी स्कूलों को जल्द पत्र निर्गत किया जाएगा ।कैप्टन सहाय ने कहा कि धनबाद में डीएवी स्कूल एवं धनबाद पब्लिक स्कूल द्वारा उनके पत्रों का कोई असर नहीं पड़ रहा तथा वह अपनी मनमानी पर उतारू हैं। जल्दी इन पर भी कार्रवाई किया जाए।
मौके पर झारखंड अभिभावक संघ के कैप्टन प्रदीप मोहन सहाय , प्रेम सागर एवं मनोज सिन्हा आदि मौजूद थे ।