धनबाद। 8 मार्च आधी आबादी का पर्व यानी विश्व महिला दिवस। सामाजिक नेता सह मुस्लिम लीग कमिटि लोयाबाद केअध्यक्ष इम्तियाज अहमद ने विश्व महिला दिवस के अवसर पर कहा कि आधा आबादी यानी महिला आज भी कई मौलिक जरूरतों के लिए मोहताज है और राजनीतिक, धार्मिक, आर्थिक, सामाजिक रूप से दबाई कुचली जाती रही हैं। महिलाओं को सम्मान देने और दिलाने के लिए कई संगठन काम कर रही हैं। लेकिन अशिक्षा के कारण महिलाएं अपने अस्तित्व का विकास नही कर पा रही हैं और धार्मिक कारणों से भी महिलाओं को बांध दिया गया है। आज के हालात को देखा जाय तो महिलाओं को सम्मान जनक जीवन देने के लिए सरकार की उज्जवला योजना व शौचालय योजना कारगर साबित हो रही है। इसके बावजूद घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न, मानसिक प्रताड़ना जैसी समस्या आज भी कायम है और इस स्थिति से लड़ने के लिए आधी आबादी को आगे आना होगा। शिक्षा से जुड़ना होगा और संगठनात्मक तरीके से किसी भी प्रकार के हिंसात्मक प्रवृति का विरोध करना होगा।
जब तक महिलाएं सजग नही होती, तब तक किसी भी संबल की सार्थकता सिद्ध नही होगी और यह सिर्फ बैशाखी भर रह जायेगा।