जमुई बिहार / संवाददाता / चुन्ना कुमार दुबे / नामचीन नृत्य शिक्षण संस्थान ललिता कला एकेडमी ने महान कथक नर्तक बिरजू महाराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रचार्य आभा कुमारी की अध्यक्षता में संस्थान के प्रशाल में शिक्षक – शिक्षिकाओं एवं छात्र – छात्राओं ने शोक सभा आयोजित कर श्री महाराज को नमन किया और उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें अशेष श्रद्धांजलि अर्पित की। मौके पर उपस्थित जनों ने दो मिनट का मौन धारण कर जीवात्मा की शांति हेतु प्रार्थना की। शोक सभा के दरम्यान कोरोना गाइडलाइंस का अनुपालन किया गया।
प्राचार्य आभा कुमारी ने शोक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि महान कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज के निधन से एक युग का अंत हो गया है। वे भारतीय संगीत और सांस्कृतिक स्थान में एक गहरा शून्य छोड़ गए हैं । पंडित बिरजू महाराज और कथक एक – दूसरे के पूरक और पर्याय थे। साथ ही उन्होंने कहा कि डांस मास्टर भारतीय कला और संस्कृति को विश्व मंच पर नई ऊंचाइयों पर ले गए। उन्होंने उनके प्रति संवेदना प्रकट करते हुए परिवार और प्रशंसकों को इस विपदा की घड़ी में धैर्य रखने का संदेश दिया।
उप प्राचार्य ऋचा सिंह ने कथक नृत्य के महानतम शख्सियत के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि मानव , लय , शुर और ताल के साथ घुंघरू की खनक में उदासी छा गई है। उन्होंने उन्हें अपना आदर्श करार देते हुए कहा कि निकट भविष्य में इसकी भरपाई संभव नहीं दिखती है। ऋचा सिंह ने भी उन्हें नमन किया।
कथक नर्तक सुनील विश्वकर्मा , नृत्यांगना रिक्तजा सिंह , संगीत प्रेमी काजल शर्मा , पूनम शर्मा , पूजा शर्मा , उर्मिला बरनवाल , बेबी बरनवाल , गीता कुमारी , सुनीता कुमारी , मनजीत कौर , अंजली समीरा किंडो आदि ने भी मशहूर कथक नर्तक बिरजू महाराज के निधन पर शोक व्यक्त किया है।