धनबाद जिला कांग्रेस कमिटी के कार्ययकारी अध्यक्ष रवीन्द्र वर्मा ने प्रेसविज्ञापित जारी कर कहा कि एक वायरल वीडियो में भाजपा का सिटी सेंटर स्थित गांधी जी के प्रतिमा के नीचे धरना प्रदर्शन चल रहा था। इस बीच राह चलते एक व्यक्ति जो मानसिक रूप से विछिप्त बताया जा रहा है। उस व्यक्ति के द्वारा अगर भाजपा या उसके नेताओं का विरोध किया गया या अपशब्द कहा गया होगा तो इसका मतलब ये नही की उस व्यक्ति के साथ सांसद-विधायक, जिलाध्यक्ष के सामने उस व्यक्ति के साथ अमानवीय व्यवहार करना, मार-पीट करना, सड़क पर थूक कर चटवान, गाली-गलौज करना और नारा लगवाना गलत है। लोकतंत्र में विरोध का भी स्थान है। अगर उस व्यक्ति के द्वारा गलती किया गया तो उसे कानून के हवाले कर देना चाहिए था। लेकिन भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं के द्वारा उस व्यक्ति के साथ जो किया गया वो कही से भी सही नही ठहराया जा सकता है। सांसद और विधायक मुखदर्शक बने रहे। इससे ये प्रतीत होता है कि कही ना कही सांसद और विधायक के इसारे पर हुआ है। सांसद और विधायक को इस पर अपनी बातों को रखना चाहिए और बताना चाहिए कि उनके मौजूदगी में ये कैसे हुआ। भाजपा सिर्फ चुनाव में ही सबका साथ, सबका सबका साथ और सबका विश्वास की बात करती है ।