लोयाबाद/ एरिया पाच कनकनी बस्ती में रयत एवं विस्थापितों की बैठक मे सब ने एक स्वर में कहा कि हम सभी रयैत को पार्टी नहीं माटी की बात करनी होगी झारखंड का निर्माण जल जंगल जमीन की रक्षा के लिए हुआ था । विस्थापितों ने कहा पहले हमें संगठित होना होगा हमारे असंगठित रहने का फायदा बीसीसीएल एवं निजी क्षेत्र की कंपनियां उठा रही है रैयत अगर चाहे तो बीसीसीएल उसके मर्जी के खिलाफ एक छटाक कोयला उत्पादन नहीं कर सकती है बीसीसीएल निजी कंपनियों से मिल कर रयैत के साथ रंगदारी कर रही है अब रयैत का हक और अधिकार के लिए शोषण और दमन चक्र पीठ दीवार तक सट गया है अब फिर एक उलगुलान की आवश्यकता है अब पुनः गांव वालों को विनोद वादी विरसा वादी बनना होगा ।विस्थापितों की मांग सरकार भूमि का रसीद कराना पुनः जारी करें ताकि अपनी भूमि स्वामित्व का दावा बरकरार रख सके
दूसरी मांग वंशावली बनाना अंचल कार्यालय में जो बंद कर दिया गया उसे पुनः वंशावली बनाने का निर्देश सरकार जारी करें
तीसरी मांग रयैत के भूमि को नया सर्वे में बगैर रसीद आदि के भूलवश या किसी अन्य कारण से बीसीसीएल के खाते में चढ़ा दिया गया है लेकिन मूल कागज आज भी रयैत के पक्ष में है और वह भी रयैत के ही है सरकार कैंप लगाकर सत्यापित कर रयैत को वापस करें
चौथी मांग सिविल 87 मामला जो भूमि सुधार हेतु बंद कर दिया क्या है उसे पुनः चालू करें सरकार
पांचवी मांग विस्थापितों के मामला को राज्य सरकार है जिला प्रशासन के कारण त्रुटि पूर्ण कागज के कारण नियोजन मामला वर्षो से लंबित है वैसे मामलों को जल्द सत्यापित करने निराकरण करें
छठी मांग मूल रयैत के भूमि पर बीसीसीएल या निजी कंपनियों के इशारों पर 144 धारा लगाना बंद करें और रैयत के भूमि पर जबरन उत्पादन पर रोक लगाएं आदि मांगों को लेकर आज बैठक रखी गई थी बैठक में कुंदन महतो श्याम लाल महतो भुनेश्वर महतो कृष्णा निषाद गणेश सिंह सुरेश महतो सुगिया देवी कमल महतो विनोद महतो हारू महतो आदि उपस्थित थे