जमुई : मुई बिहार / (चुन्ना कुमार दुबे) बिहार के जमुई में हिरण का शिकार कर उसके मांस को बेचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जिले के सिकन्दरा जंगल से भटक कर एक हिरण बसैया गांव की ओर आ गया था. इसी दौरान हिरण का गोली मारकर शिकार कर लिया गया. जिसके बाद एनएच 333ए सिकंदरा-जमुई मुख्य मार्ग के किनारे एक आहर के समीप हिरण के मांस को बेचा गया.
दजिले के मिर्चा, पाठकचक और बसैया गांव के कई लोगों ने वहां पहुंच कर हिरण का मांस खरीदा. खुलेआम हिरण का शिकार कर उसके मांस को बेचे जाने के बावजूद वन विभाग या पुलिस प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी. देर शाम मामले की जानकारी मिलने के बाद सिकंदरा वनपाल कुलदीप चौहान, खैरा वनपाल मलखु राय के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची.वन विभाग की टीम ने वहां मौजूद लोगों को खदेड़ कर भगाया. जिसके बाद टीम ने मौके से हिरण के कटे हुए अंग को बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए जमुई भेज दिया. आरोप है कि वनपाल द्वारा इस मामले में आरोपितों को खदेड़ाना, उसके बाद कोर्ट में अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज करना, यह अपने आप में सवालिया निशान खड़े करता है.
इस संबंध में वनपाल का कहना है कि घटना से संबंधित कुछ वीडियो उनके हाथ लगे हैं. जिससे घटना में शामिल लोगों की शिनाख्त की जा रही है. वनपाल ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है.बता दें कि इसके पूर्व 2 जनवरी 2017 को बिछवे पंचायत के सरसा गांव में भी हिरण का शिकार कर ग्रामीणों के द्वारा उसके मांस का बंटवारा किया गया था. उस मामले में सिकंदरा थाना में तीन लोगों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए दर्जनों अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. वहीं 10 अगस्त 2019 को भी वन विभाग की लापरवाही के कारण एक हिरण की मौत सिकंदरा में हो गयी थी. उस घटना में जंगल से भटकते हुए हिरण थाना क्षेत्र के बालाडीह गांव पहुंच गया था.