धनबाद। झरिया/ असलम अंसारी/ प्रकृति की गोद में बसा कोयलांचल का भटिंडा फॉल अपने मनोरम दृश्य के लिए विख्यात है। कलकल करता पानी एवं चट्टान रूपी पहाड़ पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। वैसे तो भटिंडा फॉल में सालों भर सैलानी आते रहते हैं, लेकिन पुराने साल की विदाई एवं नये वर्ष के स्वागत के लिए सैलानियों के आने का सिलसिला दिसंबर माह में शुरुवात से शुुुुरू हो जाता है। भटिंडा फॉल सिर्फ पिकनिक स्पॉट ही नहीं, बल्कि पर्यटन की दृष्टि से भी उपयोगी है।
भटिंडा फॉल धनबाद रेलवे स्टेशन से सिर्फ 14 किमी दूर स्थित है। यह कई लोगों के लिए एक आदर्श पिकनिक स्थान हैं, यह हरियाली और ऊबड़-खाबड़ पहाड़ियों के बीच घिरा हुआ है। यह प्रकृति प्रेमियों के लिए एक मनोरम स्थान है। फॉल्स विशाल चट्टानी पत्थरों द्वारा रेखांकित हैं। यहाँ झरने शांति और एक उदासीन आकर्षण की भावना पैदा करते हैं। यह जगह हमें शांति और शांतिपूर्ण परिवेश का अनुभव करने का मौका देती है। अधिकतर लोग यहां पिकनिक मनाने के उद्देश्य से आते हैं।
खरीदारी के लिए विकल्प है पुटकी-मुनीडीह बाजार : अगर आप पिकनिक के लिए खाने-पीने के सामान साथ ले लिये हों तो ठीक है। वरना पुटकी बाजार या मुनीडीह बाजार में खरीदारी ही एकमात्र विकल्प है। भटिंडा में अस्थायी रूप से चाट, चाउमीन, पान, मिनरल वाटर आदि की दुकानें स्थानीय लोगों द्वारा लगायी जाती है। इस वर्ष सैलानियों को कैंटीन की भी सुविधा मिलेगी।
यहां बिनोद बिहारी महतो स्मारक समिति के सदस्यों द्वारा बाइक एवं कार पार्किंग, फर्स्ट एड, मोबाइल ट्रैफिक आदि की व्यवस्था की जाती है। अनुमान है कि इस साल एक जनवरी को पिकनिक के लिए 20-25 हजार की संख्या में सैलानी जुटेंगे।
फॉल के ऊपर है सात खटिया कुआं : हाल के वर्षों में भटिंडा फाल में डूब कर कई लोग एवं छात्र अपनी जान गवां चुके हैं। फाॅल के झरने में फिसलन है। फोटो खिंचवाने की होड़ न लगायें। फाॅल के ऊपर सात खटिया नामक एक कुआं है, जो 30 फीट से ज्यादा गहरा है। जिसका पानी लोगों को घुमाते हुए नीचे ले जाता है। फॉल स्थित मंदिर के नीचे स्थिर पानी भी डेंजर जोन की श्रेणी में है। यहां भी सावधान रहने की जरूरत है।