स्वजागरुकता से ही श्रम शक्ति का विकास संभव -आर के गोप

सरायकेला :: खरसावां प्रखंड अन्तगर्त बुड़ुघुटु गांव स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र प्राँगण में राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड (श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार) क्षेत्रीय निदेशालय -जमशेदपुर के तत्वावधान में “द्विदिवसीय (3 से 4 दिसम्बर,2021) असंगठित श्रमिक प्रशिक्षण कार्यक्रम” का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में बोर्ड के वरिष्ठ शिक्षा पदाधिकारी राज किशोर गोप ने अपने संबोधन में ग्रामीण श्रमिकों के सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जानकारी के अभाव में ग्रामीण क्षेत्र के श्रम बल सरकारी योजनाओं का लाभ से वंचित हैं।वर्तमान परिप्रेक्ष्य में जरूरी है कि स्वजगरुक होना ,स्वजागरुकता से ही बदलाव एवं सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ा जा सकता है।

उन्होंने आगे कहा कि बोर्ड पूरे देश में संगठित,असंगठित तथा ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत लगभग 50 करोड़ श्रम बल को जागरूक कर उन्हें राष्ट्रीय विकास धारा में जोड़ने हेतु 1958 से सतत प्रयत्नशील है। उन्होंने श्रमिकों को जागरूक होकर आगे बढ़ने का आह्वान किया।आगे उन्होंने श्रमिकों को आगाह करते हुए कहा कि कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है। ओमिक्रोन नामक खतरनाक वैरिएंट की जानकारी देते हुए कहा की यह वायरस हमारे देश में दस्तक दे चुका है।अतः वैक्सीन से वंचित सबों को वैक्सीन लेने तथा दूसरों को भी प्रेरित करने सुझाव दिया। कार्यक्रम का संचालन बोर्ड के कार्यक्रम समन्वयक हेमसागर प्रधान ने किया । उन्होंने श्रमयोगी मानधन योजना,आयुष्मान भारत योजना, कौशल विकास योजना,ई-श्रम कार्ड निबन्धन प्रक्रिया के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दिया। इस कार्यक्रम में कुल 40 महिला एवं पुरुषों ने भाग लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में झारखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन सोसाइटी के कॉर्डिनेटर जीतेन्द्र प्रधान, बुरुघुटु के ग्राम प्रधान हिमांशु,शिक्षक ललिन लोहार, सामाजिक कार्यकर्ता आशीष प्रमाणिक,राकेश प्रमाणिक, छोटेराम लेयांगी आदि का सराहनीय योगदान रहा।

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