धनबाद झरिया / असलम अंसारी। झरिया कोयला अंचल में पढ़ने वाले बरारी बागड़ी बस्ती शराफत पुर निवासी हाफिज यासीन साहब की मौत हो गई वह लंबे समय से शुगर रोगी थे हाफिज यासीन साहब वह चास नाला मस्जिद के पेश इमाम साहब थे उन्होंने अपनी सेवा चा चास नाला मस्जिद में दे रहे थे की अचानक तबीयत गड़बड़ हुई और ईशा की नमाज के बाद उन्हें मौत हो गई उन्हें जेल गोरा कर्बला कब्रिस्तान मैं सुपुर्द ए खाक कर दी गई। उनकी जनाज़ा की नमाज़ हाफिज मुख्तार साहब ने पढ़ाई। उल्लेखनीय है कि हाफिज यासीन साहब बरारी मिलाते इस्लामिया मदरसा मैं छात्र छात्राओं को अध्ययन भी देते थे और काफी मिलनसार थे उनके निधन से मदरसा कमेटी के लोगों ने शोक व्यक्त किया और उन्हें जन्नतुल फिरदोस में आला से आला मुकाम आता फरमाने की दुआ किए और उनके परिवार को सहनशक्ति देने की भी अल्लाह से दुआ किया गया उनके निधन की खबर सुनकर बरारी के चारों महाल में शोक की लहर दौड़ गई और साथ-साथ मुमताज अंसारी की निधन से भी लोगों को गम का माहौल छा गया एक साथ 2 मौत की खबर सुनकर लोगों ने काफी मायूसी लोगों में देखा गया मुमताज अंसारी मरहूम अब्दुल जब्बार दुकानदार के पुत्र थे और अपने सेवा हमेशा इस दुकान में देते थे वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे कि अचानक आज उन्हें जिंदगी और मौत से लड़ते लड़ते आखिरकार उन्हें मौत गले लगा लिए उनके निधन की खबर सुनकर उनके परिवार उनके चाहने वाले और मोहल्ले के सभी लोगों ने इस दुख की घड़ी में उनके परिवारों को सहनशक्ति देने के लिए प्रार्थना किए। उन्हें एक पुत्री और 1 पुत्र आने के बाद उन्हें जेल गोरा कर्बला कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया जाएगा