भिलाई/ भिलाई नगर निगम में इन दिनों चुनावी सरगर्मी बड़ी तेजी से बढ़ रही है।कांग्रेस एवं भाजपा ने इस समय तक पार्षद प्रत्याशियों के नाम घोषित कर किया है।परन्तु इस पर भी राजनीति और ऊंची पहुच भारी पड़ते हुए नजर आ रही है।वार्ड नं 14 शांतिनगर में भी इसी तरह का वाक्या नज़र आया जिसमे विषम परिस्थितियों में हुए शांतिनगर उपचुनाव में धुँवाधार वोटो से जीती हुई भाजपा पार्षद प्रमिला दुबे को पूरी तरह अनदेखा कर दिया गया पर यही गलती कही भारतीय जनता पार्टी को भारी न पड़ जाए।कड़े चुनौतियों में जीतकर आने वाली पूर्व पार्षद प्रमिला दुबे किसी पहचान का आज मोहताज नही है क्योंकि कोरोना काल मे हुए लॉकडाउन में अपनी जान की परवाह किये बगैर प्रमिला दुबे घर घर जाकर मानव सेवा करते हुए वार्ड के लोगो ने देखा,वार्ड की समस्याओं को लेकर पूर्व महापौर से लेकर नगर निगम के आला अधिकारियों से लड़ जाने वाली प्रमिला दुबे वार्ड वासियों की पहली पसंद है।
वार्ड के ही एक नेता द्वारा लगातार युवाओं को नशे की ओर धकेलने का काम किया जाता रहा है और शांतिनगर का दशहरा मैदान जो कि शराबियों और असामाजिक तत्वों का जमावड़ा हमेशा लगा रहता था जिससे आसपास के लोगो को फैली अराज्यकता से भारी परेशानी होती थी जिसको पार्षद प्रमिला दुबे में गंभीरता से लेते हुए स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था के साथ ही साथ पुलिस प्रशासन में आग्रह कर ज्यादा पुलिस पेट्रोलिंग शुरू करवाया जिससे कि बहुत हद तक असामाजिक तत्वों का जमावड़ा कम हुआ जिससे वार्ड वासियों ने राहत की सांस ली।
जबकि वार्ड में सर्वे करवाने में भी सबसे चहेता नाम प्रमिला दुबे का ही नाम सामने आया जिसकी रिपोर्ट पार्टी के आलाकमान तक गयी है परन्तु प्रमिला दुबे की जगह शांतिनगर से किसी और को टिकट दिए जाने की खबरे सामने आ रही है जिसका सीधा नुकसान आने वाले दिनों में भाजपा को उठाना पड़ सकता है।