पोबी में जन जागरूकता कार्यक्रम का किया गया आयोजन

आधुनिक जीवन में कम्प्यूटर शिक्षा महत्वपूर्ण :योगेश पाण्डेय

विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए प्रदूषण नियंत्रण आवश्यक:सुबोध साव

दास कुप्रथा का समूल उन्मूलन से ही समानतामूलक समाज की परिकल्पना सार्थक होगा:द्वारिका रजक

झारखंड / जमुआ प्रखंड के ग्राम पोबी में राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस,विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस और अंतरराष्ट्रीय दास प्रथा उन्मूलन दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवाएं प्राधिकार व राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो के स संयुक्त तत्वावधान में गणपति पब्लिक चिल्ड्रन हाई स्कूल परिषर में जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए उपस्थित लोगों को पीएलवी सुबोध कुमार साव ने राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा की प्रदूषण आज न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लिए नासूर बनता जा रहा है, जिसकी वजह से बढ़ती बीमारियों के कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर बोझ कई गुना बढ़ता जा रहा है। हवा में मौजूद प्रदूषण के कण न केवल दिल, दिमाग और फेफड़ों पर गंभीर असर डालते हैं बल्कि कैंसर जैसी असाध्य बीमारियों का भी कारण बन रहे हैं। विशेषज्ञों का मत है कि प्रदूषण से उम्र पर पड़ने वाला प्रभाव धूम्रपान और टीबी जैसी बीमारियों से भी ज्यादा है और अगर प्रदूषण को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों का सख्ती से पालन किया जाए तो लोगों की उम्र में कई साल की बढ़ोतरी हो सकती है।

राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो जिला संयुक्त सचिव योगेश कुमार पांडेय ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस व जीवन मे कम्प्यूटर शिक्षा के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि इस दिन को विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस के रूप में मनाया जाता है ताकि दुनिया भर में कम सेवा वाले समुदायों में जागरूकता पैदा की जा सके और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा दिया जा सके। यह दिन विशेष रूप से बच्चों और महिलाओं में तकनीकी कौशल को बढ़ावा देता है, और इसका उद्देश्य उन्हें और अधिक सीखने और कंप्यूटर के उपयोग से अपने काम को आसान बनाने के लिए प्रेरित करना है।

प्रज्ञा केंद्र/सी एस सी केंद्रों में कम्प्यूटर शिक्षा की ब्यवस्था किया गया है। मध्य विद्यालय पोबी के सहायक शिक्षक द्वारिका रजक ने उपस्थित लोगों अंतर्राष्ट्रीय दास प्रथा उन्मूलन दिवस के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि इस दिन का फोकस गुलामी के समकालीन रूपों, जैसे व्यक्तियों की तस्करी, यौन शोषण, बाल श्रम के सबसे खराब रूप, जबरन विवाह और सशस्त्र संघर्ष में बच्चों की जबरन भर्ती के उन्मूलन पर है।उक्त अवसर पर गंगाधर पांडेय,बसंत पासवान,सुखदेव राम,नंदकिशोर ठाकुर,प्रमोद सिन्हा,सुरेश राम,निरंजन कुमार राजेश सहित अन्य उपस्थित थे।

Categories:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *