सारिया सरिया के पवित्र धार्मिक स्थल राजदह धाम में नदी किनारे बीते छह माह से एक झोपड़ी बनाकर रह रहे नागा साधु शीतल दास की रविवार की सुबह आधे दर्जन लोगों ने पिटाई कर दी।जब साधु की पिटाई करने का मामला सामने आया तो स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ने लगा। लोग राजदह धाम में जमा होने लगे।इसके बाद मामला बढ़ते देख सरिया थानेदार सन्नी सुप्रभात त्वरित कार्रवाई करते हुए राजदह धाम से नागा साधु को थाना ले आए।इस मामले को लेकर साधु द्वारा सरिया थाना में आवेदन देकर सरिया के निवर्तमान प्रमुख रामपति प्रसाद, नरेश महतो, पंकज प्रसाद, पवन बर्मा, घनश्याम महतो, दिनेश बर्मा, कृष्णा बर्मा पर मारपीट ,छिनतई समेत गम्भीर आरोप लगाए है। दिए आवेदन में नागा साधु ने लिखा है कि रविवार की सुबह में अपनी कुटिया में अल्पाहार कर रहा था।इसी बीच ये सभी लोग आए और धमकियां देने लगे।निवर्तमान प्रमुख रामपति प्रसाद ने नागा साधू की दाढ़ी पकड़कर बाहर खींच लिया व अल्पहार को भी फेक दिया। कहा कि यहां से भागो नहीं तो तेरी खैर नहीं है।जब मैं वहां से जान बचाने के मकसद से भागने का प्रयास किया तो कृष्णा बर्मा गमछी का फंदा मेरे गले में डालकर खीचने लगा। किसी तरह मेरी जांन बची।बाकी अन्य लोग साधू को धक्का-मुक्की करने लगे। ये लोग बार बार उसे राजदाह छोड़ने की धमकी दे रहे थे।
क्या कहते है जिला परिसद सदस्य
सरिया मध्य के निवर्तमान जिला परिषद सदस्य अनूप कुमार पांडेय ने साधू-संत के साथ हुई मारपीट की निंदा की है।कहा कि कुछ लोग अपने अवैध कारोबार में इन साधुओ को रोड़ा मानते हैं।
एस डी पी ओ जांच के लिए पहुंचे राजदाहधाम
घटना की सुचना पर एस डी पी ओ नौसाद आलम पूरे मामले की जांच के लिए खुद राजदह धाम पहुंचे। वहाँ पर कुछ दुकानदारों, साधुओ से पूछताछ किया। नौशाद आलम ने कहा कि पूरे मामले की जांच कर कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी।सभी नामजद लोगों पर एफ आई आर होंगे। इधर थाना में दिए आवेदन के आलोक में कांड संख्या 45/ 21 के तहत सात लोगों को नामजद आरोपी बनाते हुए मामला दर्ज कर लिया गया है।