शिक्षित हो रहे आदिवासी समाज में आर्थिक संपन्नता जरूरी
गम्हरिया। ट्राइबल इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (टिक्की) के सहयोग से सालडीह में एक दिवसीय जनजाति गौरव दिवस का आयोजन किया गया। नेशनल एससी- एसटी हब, एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण पर बल दिया गया। आदिवासी महिलाओं को व्यवसाय के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाओं से रूबरू कराया गया। मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद नेशनल एससी-एसटी हब के वित्त प्रबंधक शिवप्रसाद ने कहा कि सकारात्मक सोच से समाज और समुदाय का विकास संभव है। तेजी से शिक्षित हो रहे आदिवासी समाज में आर्थिक संपन्नता भी जरूरी है। नेशनल एसटी-एससी हब के माध्यम से पूरे देश में आदिवासी समुदाय को उद्योग व्यापार के क्षेत्र में जोड़ा जा रहा है, ताकि उन्हें नौकरी देने वाले बनाया जा सके। उन्होंने फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में बेहतर सब्सिडी की जानकारी दी। इस अवसर पर पुष्पक प्रिंस एवं विनोद जायसवाल ने भी कई जानकारियों से अवगत कराया। टिक्की की ओर से राष्ट्रीय महासचिव, पूर्वी क्षेत्र बसंत तिर्की ने आदिवासी समाज की महिलाओं को जागरूक करने पर बल दिया। कार्यक्रम में करीब 2 सौ युवक युवतियां एवं महिलाएं शामिल हुई। टिक्की के सरायकेला जिला कन्वेनर सुखराम टुडू ने कहा कि आदिवासी समुदाय उद्योग व्यापार के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। किन्तु राज्य सरकार का सहयोग सही ढंग से नहीं मिलने से आदिवासी योजनाओं को जटिल बना दिया गया है। इस अवसर पर प्रतिभागियों को नेशनल एससी एसटी हब के द्वारा जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में उपहार दिया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विवेक मींज, देवेंद्र बीरूवा, सुरेश बीरूवा, रंजन मार्डी, मिर्जा हांसदा, पागा सरदार, अभिषेक दास उपस्थित थे।