झारखण्ड लोयाबाद / बासुदेवपुर कोलियरी में संचालित धनसार इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड आउटसोर्सिंग कंपनी के कार्य स्थल में लगातार हुई भारी मात्रा में बारिश का पानी और बासुदेवपुर खटाल की नालीओ का पानी बड़े पैमाने पर परियोजना पर गिरने की वजह से आउटसोर्सिंग कंपनी का डिस्पेच ओबी आर कोयला उत्पादन पूरी तरह कार्य बंद हो गया और कंपनी को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। बताया जाता है कि बासुदेवपुर परियोजना में पिछले दो दिनों हुई लगातार बारिश का पानी और चार नंबर मुस्लिम बस्ती, खटाल यादव बस्ती, तथा करकेन्द केंदुआ क्षेत्र के नालियों का पानी बड़े पैमाने पर मुख्य ड्रेन द्वारा पानी परियोजना में फॉल की तरह गिरा है। जिससे पूरी परियोजना में भारी मात्रा में जल का जमाव हो गया है।जिससे उत्खनन कार्य कोपूरी तरह से बंद पड़ गया है।सूत्रों के अनुसार यहां जलाशय में लगभग तीन लाख टन कोयला डूबा हुआ है यदि बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा उक्त जलाशय को सुखा दिया जाए तो प्रचुर मात्रा में उत्तम किस्म का कोयला के निकासी की जा सकेगी। साथ ही साथ परियोजना में गिरने वाली ड्रेन की पानीओं को डायर्भट कर दिया जाए तो यहां कोयले का उत्पादन कभी बंद नही होगा। इस बाबत कंपनी प्रबंधन की ओर से ए के सिंह ने बताया है कि नाली के पानी को रोकने के लिए गारलेन ड्रेन होना जरूरी है।ताकी बाहर का पानी माईसं में न जा सके।चुँकी माईसं का पानी अलग से होता है।जिसे हमलोग पम्पींग कर सुखाते है। फिर कोयला का निकासी कर पाते है।