गम्हरिया। जे. सुधाकर/ क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यवसायी, वरिष्ठ कांग्रेसी सह समाजसेवी स्व.भोला नाथ चौधरी का पार्वती घाट में दाह संस्कार सम्पन्न हो गया। उनके ज्येष्ठ पुत्र सह झामुमो के केंद्रीय सचिव गणेश चौधरी ने मुखाग्नि दी। इस दौरान काफी संख्या में उनके परिजनों समेत शुभचिंतक उपस्थित थे। इससे पूर्व उनके आवास से पार्वती घाट के लिए ऐतिहासिक शवयात्रा में मंत्री, विधायकों से लेकर सैकड़ों गण्य मान्य लोगों ने शिरकत किया। टाटा-कांड्रा मार्ग पर उनके अंतिम दर्शन करने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इससे पूर्व शुक्रवार को देर रात कोलकाता से स्व. चौधरी के शव के गम्हरिया पहुंचते ही काफी संख्या में लोग उनके आवास पर अंतिम दर्शन करने पहुंचने लगे।
वर्ष 1956 में भोला बाबू ने अपना ट्रांसपोर्ट व्यवसाय का शुभारंभ एक टेल्को ट्रक से किया था। बीआरटी 306 नम्बर की इस ट्रक ने उन्हें ट्रांसपोर्ट व्यवसाय की बुलंदियों पर पहुंचा दिया। इस ट्रक से जीवन का सफर कर भोला बाबू अंतिम सफर भी इसी से किया। दुल्हन की तरह फूलों से सजी अपनी इस पसंदीदा ट्रक पर चिर निंद्रा में सोकर भोला बाबू पार्वती घाट पहुंचे।
समाज ने मजबूत स्तंभ खोया
इस अवसर पर मंत्री चम्पई सोरेन ने उनके आवास पर पहुंचकर स्व. चौधरी के शव पर माल्यार्पण किया। परिजनों को ढाढस बंधाते हुए इस दुःख की घड़ी में धैर्य रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि समाज ने एक मजबूत स्तंभ को खो दिया है। भोला बाबू को भुला पाना मुश्किल होगा।
इस अवसर पर मंत्री बन्ना गुप्ता, सांसद विद्युत वरण महतो, विधायक सविता महतो, खरसावां विधायक दशरथ गागराई, विधायक मंगल कालिंदी, विधायक संजीव सरदार, विधायक रामदास सोरेन, विधायक समीर मोहंती, पूर्व सांसद सुमन महतो, पूर्व विधायक अरविंद सिंह, पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू, डिप्युटी मेयर अमित उर्फ बॉबी सिंह, पुरेन्द्र नारायण सिंह, राजू गिरी, मोहन कर्मकार, फूलकान्त झा, बास्को बेसरा, गणेश माहली, रंजीत प्रधान, चंचल गोस्वामी, डॉ. शुभेन्दू महतो, रामदास टुडू, बीरेंद्र प्रधान, दीपक मंडल, भोमरा मांझी, सचिन महतो, बीटी दास, देबू चटर्जी, श्रीराम ठाकुर, रमेश हांसदा, हिदायत खान, दिलीप दास, आस्तिक महतो, तनिष्क के मालिक अनिल अग्रवाल, विहिप के डॉ. जेएन दास, देवाशीष मजूमदार, रवि श्रीवास्तव, मृत्युंजय बर्मन, सूरज सिंह, शरतचंद्र नायर, पारडीह काली मंदिर के विद्यानंद सरस्वती, एसपी सेनापति, सुरेश धारी, राजू रजक, भगवान सिंह, कन्हैया सिंह, रविन्द्र मंडल, अमीन मंडल, अमृत महतो, बंकिम चौधरी, बंटी तुलस्यान, संजय सिंह,मोनू झा, दुर्गा तिवारी समेत काफी संख्या में ट्रांसपोर्टर, समाजसेवी एवं राजनीति से जुड़े लोग उपस्थित थे।
स्व.भोला नाथ चौधरी के निधन से एक ओर जहां कांग्रेस का एक मजबूत स्तंभ ढह गया, वहीं व्यवसायिक क्षेत्र ने एक बड़े मार्गदर्शक को खो दिया। अविभाजित सिंहभूम में जिलाध्यक्ष विजय सिंह सोय के कार्यकाल में कोषाध्यक्ष जैसे चुनौती पूर्ण पद को संभालकर चौधरी ने कांग्रेस को मजबूत बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। यही वजह रहा कि आज सिंहभूम में शोक की लहर दौड़ पड़ी।
जरूरतमंदों की मदद में सदैव रहे आगे
स्व. चौधरी ने समाज में कभी भेदभाव नहीं किया। किसी भी परिस्थिति में अगर उनके पास जरूरतमंद पहुंच जाते, तो दिल खोलकर उनका स्वागत करते। उनकी सुख दुख में मदद में कभी पीछे नहीं हटते थे। समाज के हर कार्यों में उनका सहयोग रहता था।
पूर्व विधायक अरविंद सिंह ने कहा कि भोला बाबू समाज के मार्गदर्शक थे। अपने जीवन में संघर्ष से सफलता हासिल कर आनेवाले पीढ़ी का मार्गदर्शन किया। उनसे समाज ने बहुत कुछ सीखा है। उनका चला जाना काफी दुःखद है।
शोक में व्यवसायिक प्रतिष्ठान रहे बंद
शोक में शनिवार को गम्हरिया ईस्ट के बाजार बंद रहे। स्व. चौधरी के भी सभी प्रतिष्ठान बंद रहे। क्षेत्र के कई व्यवसायियों ने शोक जताते हुए अपनी दुकानें बंद रखी।
राष्ट्रीय सुड़ी समाज ने निधन पर शोक जताया है। समाज के प्रदेश अध्यक्ष सनत मंडल, प्रदेश कोषाध्यक्ष रविंदर मंडल, कोल्हान प्रभारी प्रभाकर मंडल , सरायकेला खरसावां जिला अध्यक्ष सुधीर मंडल, पूर्वी सिंहभूम जिला अध्यक्ष दिलीप मंडल, जमशेदपुर नगर अध्यक्ष राजा मंडल, रंजीत मंडल , मोती मंडल, सामू मंडल, हरेलाल मंडल, दारा मंडल , संपद मंडल , पलटू मंडल , विप्लव मंडल, तरुण मंडल आदि ने उनके आवास पर जाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।