बाघमारा/ जमीन के बदले नियोजन की मांग को लेकर शुक्रवार को बेनीडीह दौलतडीह मौजा के विस्थापितों ने युकोवयू (एटक) की अगुवाई में विधायक ढुलू महतो के आदेश पर ब्लॉक दो ओसीपी का चक्का जाम कर दिया गया.इसके कारण एरिया में आठ घंटे तक कोयला उत्पादन और डिस्पैच का काम बाधित रहा. सूचना पाकर बाघमारा पुलिस एवं सीआईएसएफ के इंस्पेक्टर एसके मिश्रा के साथ पीओ केके सिंह एवं मैनेजर केके दत्ता मौके पर पहुंचे. विस्थापितों को समझा बुझाकर आंदोलन समाप्त करने को कहा. लेकिन विस्थापित अपनी मांग को लेकर अड़े रहे. विस्थापित भिखू महतो का कहना है कि वर्ष 1993 में प्रबंधन द्वारा खेती-बाड़ी एवं घर का जमीन अधिग्रहण करने के एवज में तीन नियोजन स्वीकृत हुआ था. बड़ा पांडेयडीह में जमीन एवं भीमकनाली कॉलोनी में आवास मुहैया कराया है .बाल- बच्चे छोटे होने के कारण घर की महिला को नियोजन देने का प्रस्ताव रखा गया,लेकिन प्रबंधन द्वारा नहीं दिया गया. जब बच्चे बड़े हो गये तब भी नियोजन देने में प्रबंधन द्वारा टालमटोल किया जा रहा है. इस संबंध में विधायक ढुलू महतो के द्वारा प्रबंधन को पत्र देकर विस्थापितों का स्वीकृत नियोजन देने की मांग की गयी. पत्र में विधायक श्री महतो ने कहा है कि विस्थापितों की मांग जायज है. प्रबंधन प्राथमिकता के आधार पर अविलंब नियोजन देने की प्रक्रिया शुरू करें. इसके बाद भी प्रबंधन द्वारा अब तक किसी तरह की पहल नहीं किया. प्रबंधन के रवैये को देखते हुए चक्का जाम आंदोलन करना पड़ा. इसके लिए विधायक ढुलू महतो ने प्रबंधन के प्रति नाराजगी जतायी. दोपहर दो बजे उनके पहल पर क्षेत्रीय कार्यालय में जीएम चितरंजन कुमार के साथ एटक के बीसीसीएल रीजनल सचिव शत्रुधन महतो ने वार्ता की. इसमें जमीन के दस्तावेज को जांच कर 15 दिनों के अंदर नियोजन प्रस्ताव मुख्यालय प्रेषित करने का आश्वासन दिया गया.
मौके पर प्रोजेक्ट एवं प्लानिंग प्रबंधक टीएस चौहान, कार्मिक प्रबंधक रत्नाकर मल्लिक, दिपेंद्र नेयताम, भु- संपदा पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार, विवेक पाठक, अजय सिंह यादव तथा एटक नेताओं में नरेश सिंह, तुलसी साव, अरशद हुसैन, शिवशंकर महतो, राजू महतो, सदानंद महतो, राधेश्याम महतो, अजय महतो, मीरा देवी, मंजु देवी, उपासी देवी, लता देवी आदि मौजूद थे.