सरायकेला / खरसांवा प्रखंड के अंतर्गत ग्राम बाघरैडीह में स्थित मध्य विद्यालय प्रांगण में “बाल श्रमिकों के अभिभावकों का” दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन गुरुवार को हुआ।इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड (श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार) क्षेत्रीय निदेशालय, जमशेदपुर द्वारा किया गया।जानकारी देते हुए बोर्ड के कार्यक्रम समन्वयक हेमसागर प्रधान ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान बोर्ड के वरिष्ठ शिक्षा पदाधिकारी राज किशोर गोप ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा के बिना श्रम जगत का सामाजिक एवं आर्थिक विकास सम्भव नहीं है।अशिक्षा के कारण बाल श्रम जैसी कुप्रथा समाज में व्याप्त है जिसका मूल कारण गरीबी है। इसको लेकर उनके जागरूकता पर बल दिया जाना जरूरी है।समाज में बाल श्रम कानूनी जुर्म है। आगे श्री गोप ने कहा कि जागरूकता की कमी के कारण असंगठित तथा ग्रामीण क्षेत्र के श्रमिक केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न सामाजिक सुरक्षा एवं कल्याण कारी योजनाओं से वंचित रह रहे हैं। आगे उन्होंने कहा कि शिक्षा के बल पर ही श्रमिक अपने अधिकार तथा कर्तव्य की जानकारी प्राप्त कर सकता है। आगे उन्होंने कहा कि बोर्ड देश के 50 करोड़ श्रम शक्ति को जागरूक कर उन्हें गुणवत्तापूर्ण जीवन देने के लिए 1958 से ही सतत प्रयत्नशील है।
इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि बिजय महतो भी आमंत्रित किए गए थे।उन्होंने अपने सम्बोधन में ग्रामीण श्रमिकों में व्याप्त गरीबी,बेरोजगारी तथा नशाखोरी पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि अशिक्षा के कारण इस प्रकार की ज्वलंत सामाजिक समस्याये श्रमिकों में व्याप्त हैं जिसके कारण श्रमिकों के जीवन में गुणात्मक परिवर्त्तन नहीं हो पा रहा है। अभी भी हमारे समाज में श्रमिक शोषित एवं पीड़ित जीवन जीने को विवश हैं जिसका मूल वजह श्रमिकों के मध्य जागरूकता की भारी कमी है तथा इस दिशा में सरकार काफी प्रयासरत है। उन्होंने आगे कहा कि इस तरह का प्रशिक्षण कार्यक्रम इस क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित हो सकता है।इस अवसर पर जगत किशोर प्रधान,सांसद प्रतिनिधि ने अपने सम्बोधन में कोरोना वैश्विक महामारी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह एक जानलेवा रोग है।इस रोग के संक्रमण से बचने के लिए सबको टीका लेना जरूरी है। आगे उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अभी भी ग्रामीण क्षेत्र में लोग भारी संख्या में टीका लेने से परहेज कर रहे हैं जो ठीक नहीं है।इस अवसर पर विद्यालय के प्रध्यानापक उमेश महतो ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए अभिभावकों से कहा कि वे अपने बच्चों के अध्ययन-अध्यापन कार्य पर रुचि लें ताकि उनका बेहतर भविष्य निर्माण किया जा सके।
कार्यक्रम का संचालन बोर्ड के कार्यक्रम समन्वयक श्री हेमसागर प्रधान ने किया । उन्होंने बाल श्रम अधिनियम-1986, श्रम योगी मान धन योजना,प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना,आयुष्मान भारत योजना,लेबर कार्ड बनाने की प्रक्रिया के बारे में प्रतिभागियों को विस्तार से जानकारी दिया।
इस कार्यक्रम में बेगनासाई तथा बाघरैडीह के कुल 80 महिला एवं पुरूषों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सामाजिक कार्यकर्ता देवाशीष ग्वाला,गौरांग ग्वाला,प्राण किष्ठो प्रधान,अंजना प्रधान,तपस्विनी प्रधान तथा रेखा देवी आदि का प्रशंसनीय सहयोग रहा।