गम्हरिया। विश्व आदिवासी दिवस पर 50 से अधिक गांवों के मांझी बाबा एवं पीड़ परानिक, गोडैत आदि को सम्मानित किया गया। सिंघ दिशोम मांझी परगना महाल की ओर से पिंडराबेड़ा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि परगना नंद लाल टुडू ने आदिवासियों की सामाजिक परम्परा को मजबूत बनाने पर बल दिया। कहा कि सामाजिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए अपनी संस्कृति एवं परम्परा को आगे बढ़ाएं। इस अवसर पर पीड़ पारानिक सह पूर्व प्रमुख रामदास टुडू ने कहा कि अपने अधिकार की रक्षा का संकल्प लेकर अपनी हक की लड़ाई के लिए आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने सामाजिक व्यवस्था को सुदृढ बनाने के लिए मांझी बाबा समेत इससे जुड़े लोगों को सम्मान राशि देने की घोषणा की है। इसके लिए प्रशासनिक स्तर से सभी कार्रवाई अंतिम चरण में है। इस अवसर पर राम हांसदा, सुनाराम मार्डी, भीम हांसदा आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी मांझी बाबाओं को पगड़ी से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर हरि दास टुडू, विक्रम मुर्मू, मनसा राम मुर्मू, लखिन्द्र मार्डी, जयराम मुर्मू, बिराम मुर्मू, बैजनाथ मार्डी, लोबो बेसरा, बहादुर मुर्मू, देबु मार्डी, बुद्धेश्वर मार्डी आदि को सम्मानित किया गया।
खेरवाल साँवता जाहेरगाड़ समिति ने मनाया आदिवासी दिवस
खेरवाल सॉवता जाहेरगाड़ समिति कालिकापुर( टायो गेट) के तत्वाधान में आदिवासी दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर समाज के लोगों की ओर से इस दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए आदिवासियों की अस्तित्व की रक्षा का प्रण लिया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व प्रमुख रामदास टुडू, नंदलाल टुडू, भोमरा माझी, उदय मार्डी, गोम्हा हांसदा, अविनाश सोरेन, चेतन मुर्मू, बबलू मार्डी, दिनेश हॉसदा, सीताराम हॉसदा, होपन मांझी,पप्पू मुर्मू, हेमंत मार्डी, संतोष टुडू आदि उपस्थित थे।