सराईकेला / देश में खरसांवा – कुचाई तसर सिल्क उच्च गुणवत्ता युक्त मानी जाती है।क्योंकि रेशम किट पालन के लिए यहाँ का वातावरण अनुकूल है।जिसकारण उच्च गुणवत्ता युक्त तसर का उत्पादन यहाँ होता है। अर्जुन के पेड़ों में रेशम के कीटों को पालने और उससे सूत उत्पादन का काम क्षेत्र में वर्षों पहले से होता आ रहा है।
तसर व इससे जुड़े उत्पादों के समृद्धि और प्रसिद्धि को लेकर राज्य सरकार की और से लगातार सराहनीय प्रयास किये जा रहे हैं।
खरसावां के आमदा स्थित खादी पार्क में रेशम के कोकून से धागा निकालने, उसकी बुनाई करने और थान बनाने एवं रेशम से जुड़ी अन्य गतिविधियों पर यहां प्रशिक्षण दिया जाता है। जिससे
क्षेत्र की महिलाओं लाभान्वित हो रही हैं।खादी बोर्ड के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी राखाल चंद्र बेसरा ने कहा है कि
कोरोना संक्रमण काल को लेकर पिछले कुछ समय से यहां उत्पादन में कमी आयी है। वर्तमान परिस्थिति में सुधार को देखते हुए उत्पादन फिर से शुरू किया गया है। आमदा खादी पार्क में फिलहाल प्रतिमाह 70 से 100 किलो तसर सिल्क का उत्पादन हो रहा है। इस उत्पादन को बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। इससे क्षेत्र में रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे।