भारत की दरियादिली देख चीन पसीजा , जान बचाने के लिए कहा : थैंक्स इंडिया

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जमुई : जब भी चीन का नाम हमारे सामने आता है तब हमारे मन में उसकी छवि चालाक चतुर और चालबाज पड़ोसी के तौर पर उभरती है। लद्दाख हो या अरुणाचल प्रदेश भारतीय बार्डर से सटे इलाकों में आए दिन चीन की दादागिरी देखने को मिलती है।

लेकिन हाल ही में भारत की एक दरियादिली की वजह से चीन का कलेजा थोड़ा पसीजा है और उसने अहसानमंद होने की बात कही है। मुंबई के पास समुद्र में एक घायल चीनी नाविक की इंडियन नेवी ने जान बचाई। जबाव में उसने भारत को थैंक्यू इंडिया बोला है।

अंकित करने वाली बात है कि गुरुवार को मुंबई तट के पास समुद्र में एक कार्गो शिप से गंभीर रूप से घायल एक चीनी नाविक की इंडियन नेवी ने जान बचाई। इतना ही नहीं सही समय पर उसका इलाज भी करवाया। इसी के चलते चीन भारत का अहसानमंद हो गया। उसने इंडियन नेवी को धन्यवाद कहा है।

गौरतलब है कि इंडियन नेवी का हेलीकॉप्टर सुरक्षा की दृष्टिकोण से खराब मौसम के बीच मुंबई से करीब 370 किलोमीटर दूर मंडरा रहा था। इंडियन नेवी को इसी दरम्यान समुद्र में गंभीर रूप से घायल एक 51 वर्षीय चीनी नाविक दिखा। संबंधित चीनी नाविक का ढेर सारा खून बह रहा था। उसने उसे बाहर निकाला और उसका ससमय इलाज करवाया।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भारत तुरंत उसकी मदद के लिए आगे आया और उसका सही समय पर इलाज करवाया। चीन में अब उसकी हालत काफी बेहतर है और उसकी तबीयत भी धीरे-धीरे सही हो रही है। लिन इतने पर ही नहीं रूके उन्होंने कहा कि चीन भारत के उन सभी विभाग और लोगों को दिल से आभार व्यक्त करता है , जिन्होंने मौके पर मुश्किल घड़ी में यह मानवीय काम किया है।

इंडियन नेवी के हेलीकॉप्टर ने बीते दिनों पनामा झंडे वाले जहाज झोंग शान मेन से गंभीर रूप से घायल चीनी नाविक को बाहर निकाला और वायुसेना के एक अड्डे पर पहुंचाया। इसके बाद उसे इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया।

चीन के साथ एलएसी पर टकराव के बाद भी मेरी टाइम रेस्क्यू कोऑर्डिनेशन सेंटर (मुंबई) ने इस मरीज को समय से बाहर निकालने और उसका इलाज कराने के अभियान को इंडियन नेवी के साथ तालमेल बैठाकर पूरा किया। इंडियन नेवी के इस मानवीय कार्य की सर्वत्र तारीफ की जा रही है।

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