बच्चे दो हीं अच्छे : स्वामी सीताराम शरण!
रांची : विश्व जनसंख्या दिवस के सुअवसर पर रांची उपायुक्त कार्यालय में राष्ट्र सेवा फाउंडेशन के तत्वाधान में सामूहिक रूप से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिए। जिसमे चित्रकूट से पधारे राष्ट्र सेवा फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुविख्यात राष्ट्रीय प्रखर प्रवक्ता युवा महंत श्री श्री 108 स्वामी सीताराम शरण जी महाराज,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह,प्रदेश मार्गदर्शक रणधीर कुमार, प्रदेश महिला उपाध्यक्ष सोनी सिंह, रांची जिला अध्यक्ष राजेश सिंह, महिला अध्यक्ष सुजाता भगत, काकोलीदास अरविंद तिवारी, दिवाकर श्रीवास्तव के साथ अन्य उपस्थित थे ।
स्वामी सीताराम जी ने मीडिया से चर्चा में कहा कि देश में बेरोजगारी, गरीबी, भुखमरी और कुपोषण का मुख्य कारण बेतहाशा बढती जनसंख्या है। वर्तमान में जनसँख्या नियंत्रण कानून की जरूरत है। कुछ राज्य आगे आये है।
स्वामी जी ने सुझाया कि जनसंख्या असंतुलन की इस समस्या के समाधान के लिए देश के सभी नागरिकों के लिए जाति, धर्म, क्षेत्र व भाषा से ऊपर उठकर समान रूप से जनसंख्या नियन्त्रण कानून लागू होना अति आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि भारत विश्व की लगभग 18% जनसंख्या का भार वहन कर रहा है, जबकि आबादी के अनुपात में उसका भूभाग बहुत कम यानि लगभग 2.4 % और जल 4% है। यही कारण है कि सरकार के तमाम उपायों के बावजूद भी देश में बेरोजगारी की समस्या बढ रही है। उन्होंने कहा कि देश की इस भीषण समस्या के समाधान के लिए प्रत्येक रविवार आपस में मिलने जुलने और इस समस्याओं पर विचार-विमर्श के लिए साप्ताहिक मिलन बैठक करना और माह के अंतिम शुक्रवार को जिला और तहसील मुख्यालयों से संबंधित जिलाधिकारियों के माध्यम से प्रधानमंत्री को 11 जुलाई के बाद भी ज्ञापन भेजा जाएगा।
उन्होंने जम्मू, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आसाम, त्रिपुरा, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक तथा सुदूर केरल के सभी कार्यकर्ताओं को विश्व जनसंख्या दिवस पर संगठन विस्तार पर गली गली जागरण करके जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर आन्दोलन खडा करने की योजना पर बधाई दी।
जनसंख्या विषय पर जन जागरण में देश के लगभग राज्यो के सैकड़ो जिलों में प्रस्तावित सभाओं में वह स्वंय भी उपस्थित रहेंगे।
देश की आन्तरिक विषय पर कहा कि जातिवाद की गहराती जड़ें देश के लिए खतरनाक हैं। भारत को अखंड भारत बनना है और हिन्दू संस्कृति को विश्व को मार्ग बनाना है तो जातिवाद से ऊपर उठना होगा। कण कण में श्रीराम को खोजने वाली संस्कृति को आपस में वैमनस्य समाप्त करना होगा।आशा जताई कि अब प्रधानमंत्री द्वारा जनसंख्या नियंत्रण कानून शीघ्र से शीघ्र बनेगा और देश के सभी नागरिकों पर समान रूप से लागू होगा।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने कहा कि जिस तरह प्रभु श्री कृष्ण ने युर्योधन से पांच गांव मांगने गए थे उसी प्रकार हम संगठन की ओर से केंद्र सरकार से मुख्य रूप से पांच कानून की मांग करते हैं वो है समान नागरिक संहिता, सामान शिक्षा बोर्ड, जनसंख्या नियंत्रण कानून, धर्मांतरण नियंत्रण कानून, और घुसपैठ नियंत्रण कानून ।
वही उन्होंने कहा कि हम लोगों को इस बढ़ती जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चला रहे हैं पर सिर्फ जागरूकता से हीं काम नहीं चलेगा क्योंकि जिस तरह हम हेलमेट अपनी सुरक्षा के लिए पहनते हैं पर ध्यान रहे कानून का डर भी उतना ही रहता है क्योंकि सरकार के द्वारा हेलमेट पहनना अनिवार्य किया गया ।
इसलिए बढ़ती जनसंख्या को रोकने के लिए कठोर कानून का बनाना तत्काल जरूरी है।
क्योंकि आज हम जनसंख्या के मामले में दुनियां में पहले स्थान पर आ चुके हैं।
प्रदेश मार्गदर्शक रणधीर कुमार जी, प्रदेश महिला उपाध्यक्ष सोनी सिंह , रांची ग्रामीण जिला अध्यक्ष राजेश सिंह , महिला अध्यक्ष सुजाता भगत, उपाध्यक्ष नम्रता सोनी , सचिव काकोलीदास ने भी इस संदर्भ में कठोर कानून बनाने की मांग को लेकर अपनी अपनी विचार व्यक्त किया।