अगामी दिसंबर माह में अयोजित 251 कन्या के होने वाली सामूहिक विवाह में लोग शामिल होकर होने वाले फिजुल के खर्च को बचाए.-विकास माली
गया। कन्या विवाह एंड विकास सोसाइटी के सचिव विकास माली ने 2010 में इस संस्था गरीब हित कार्य शुरू किया था जो पुरे भारत वर्ष में फेल रही है और कुछ राज्यों में काम भी कर रही है।इस कार्य को देखते हुए सचिव विकास माली को अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड मिला है।
जो बिहार झारखण्ड में गरीब असहाय और जरूरतमंद कन्याओं के भाई और पिता बनकर उनका पाणिग्रहण संस्कार कराने वाले बिहार झारखण्ड के लाल विकास माली को अपने इस पुनीत कार्य के लिए अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मानित किया गया है। माली को एक अग्रणी अखबार द्वारा अजरबैजान की राजधानी बाकू में आयोजित एक समारोह में इस पुनीत कार्य के लिए शैलेन्द्र जेटली और विपिन खटवानी द्वारा मोमेंटो और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया है।
इस मोके पर सचिव ने कहा कि हमारी संस्था गरिब, असहाय,अनाथ लोगो के लिए बनी है।आज तक हजारों गरीब असहाय लड़कीयों की शादी मेने खुद कराई है, इसके अलावा भ्रूणहत्या,बाल विवाह,दहेज प्रथा से संबंधित कई जागरुकता कार्यक्रम चलाता आ रहा हूं जो बिहार झारखंड के अलावा अन्य प्रदेशों में भी चल रहा है, जैसे मुम्बई महानगर में भी हमारी संस्था गरिब असहाय के लिए काम कर रही है।इस अवसर पर संस्था के सम्मानित सदस्य आकाश दीप भारती, झारखण्ड के ट्री मैन कौशल किशोर जायसवाल, पूनम जायसवाल, शंकर ज्योति नेत्रालय के समीक्षा और गौतम कुमार, आचार्य इंस्टिट्यूट के सरबिंदु पाल, आप वेंचर लिमिटेड के अंजलि सिंह और प्रशांत कुमार , अरराइज एस के संतोष कुमार सिंह, बाज़ार कोलकाता के शांतनु डोरी, चम्पारण कोल्ड स्टोरेज के रंजीता गुप्ता और राकेश कुमार गुप्ता, वियाली इंफ्राटेक के अजिताभ कुमार, दिल्ली पब्लिक स्कूल के बलजीत सिंह सलूजा, डिडवानिया जेवेल्लेर्स के विकास चुरीवाल समेत कई गण्यमान लोग उपस्थित थे।
आगे बिहार झारखंड के लोगों को बताया कि अगामी दिसंबर माह में गढ़वा में अयोजित जिले में 251 कन्या के होने वाली सामूहिक विवाह में लोग शामिल होकर होने वाले फिजुल के खर्च को बचाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोग अपने पुत्री या पुत्र का बाल विवाह न कराए। बाल विवाह करने के कारण ही आज गांव से लेकर शहर तक की महिलाएं पड़ताड़ना का दश झेल रही है। अगर बाल विवाह ना हो तो महिला प्रताड़ना से हमारी बहन बेटी बचेगी। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि कन्या विवाह और विकास सोसायटी समाज के हर क्षेत्र में आगे बढ़कर काम कर रहा है।
अगर किसी भी गरीब असहाय की पुत्री के अभिभावक जो अपने पुत्री का विवाह करने में असमर्थ हैं। वह कन्या विवाह एंड विकास सोसायटी संस्था के कार्यालय में पहुंचकर संपर्क कर सकते हैं। सोसाइटी उनकी पुत्री का विवाह में होने वाले खर्च को उठाकर उनका विवाह कराएगा। इसके साथ ही साथ विवाह के बाद मिलने वाले घरेलू उपकरण के उपयोगी सामग्री को भी विदाई स्वरूप देगा। लोगों को सहयोग करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि संस्था के सचिव का यह कार्यक्रम लोगों के हित के लिए है। लोग आगे बढ़कर इसमें हिस्सा ले ताकि बाल विवाह को पूरी तरह से रोका जा सके। संस्था के सचिव विकास माली ने कहा कि कन्या विवाह एंड विकास सोसायटी संस्था का मुख्य उद्देश्य बाल विवाह दहेज प्रथा को समाप्त करना है।
संस्था अपनी उद्देश्य को लेकर जमीनी स्तर पर कार्य कर रहा है। लोगों का अगर सहयोग रहा तो आने वाले समय में बाल विवाह दहेज प्रथा भ्रूण हत्या पूरी तरह से समाप्त हो सकता है।