एसआईटीई कालेज को यूजीसी से मिला स्वायत्तता का दर्जा

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जिलेवासियों के लिए खुशखबरी
व्यवसायिक शिक्षा के क्षेत्र में देश में अलख जगाएंगे हमारे संस्थान के बच्चे|
जे सुधाकर |
गम्हरिया। व्यवसायिक शिक्षण संस्थान में कोल्हान में अव्वल गम्हरिया स्थित एक्सआईटीई कालेज को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने स्वायत्तता (ऑटोनोमस) का दर्जा प्रदान कर दिया है। कोल्हान यूनिवर्सिटी के तहत 47 कालेजों में एसआईटीई एकमात्र कालेज है, जिसे यह उपलब्धि मिली है। यह उपलब्धि 17 वर्षों के संघर्ष के बाद कालेज को प्राप्त हुआ है। शुक्रवार को कालेज परिसर में प्रेस वार्ता में प्राचार्य फादर फ्रांसिस एसजे ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कालेज को मिले इस सम्मान से संस्थान में हर्ष का माहौल है। शिक्षा के क्षेत्र में अब देश में हम अपना परचम लहराएंगे। हमारे बच्चे देश विदेश की नामी गिरामी व्यवसायिक पाठ्य संस्थानों में नामांकन लेकर कालेज का नाम रोशन करेंगे। प्राचार्य ने बताया कि यह कालेज की स्थापना वर्ष 2007 में महज 35 बच्चों के साथ हुई थी। वर्ष 2012 में 35 एकड़ भूमि पर स्थापित होकर विशाल भवन के साथ कॉलेज पूर्णता अस्तित्व में आया। अनुशासन, शिक्षा, बेहतर समन्वय के साथ बच्चों को तराश कर पेशेवर क्षमता विकसित किया है। कोल्हान यूनिवर्सिटी के अधीन रहकर यह यूजीसी द्वारा प्रदत्त दर्जा प्राप्त किया है। इसमें यूनिवर्सिटी का सबसे महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने बताया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के क्षेत्र में यह संस्थान कभी समझौता नहीं किया। यह उपलब्धि कालेज के लिए मिल का पत्थर साबित होगा। उन्होंने बताया कि कॉलेज को अब सत्रों को समय पर पूरा करने, अपनी स्वयं की परीक्षा आयोजित करने, कॉलेज व्यापक विषय समझ को बढ़ावा देने, छात्रों की आवश्यकताओं के अनुरूप एक मजबूत पाठ्यक्रम तैयार करने की स्वतंत्रता मिलेगी। बताया कि छात्रों की समकालीन आवश्यकताओं के अनुरूप नए पाठ्यक्रम शुरू करने की स्वतंत्रता होगी। प्राचार्य ने बताया कि 2024-25 में योग्य पात्रता वाले 100 आदिवासी छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र में होने के बावजूद हर साल अंतिम वर्ष के छात्रों को रांची, लखनऊ, रूड़की आदि जैसे आईआईएम में प्रवेश मिल रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इस संस्थान में बीबीए, बी कॉम, बीए इकोनॉमिक्स एवं बीए इंग्लिश की पढ़ाई होती है। जबकि आने वाले समय में एमबीए की पढ़ाई भी यहां शुरू करने की योजना है। फादर ने बताया कि इस सत्र से इस कालेज में जॉब ओरिएंटेड पढ़ाई की व्यवस्था की जायेगी। इससे बच्चों को रोजगार की समस्या उत्पन्न नहीं होगी। उन्होंने बताया कि यहां झारखंड के अलावा बिहार, बंगाल और ओडिसा के 400 बच्चे हैं जो पढ़ाई कर रहे हैं। बताया कि यहां से दो बच्चे पिछले साल कोल्हान टॉपर हुए थे। कहा कि बच्चों को जिम्मेदार नागरिक के रूप में तैयार करना है, जो सामाजिक चुनौतियों का सामना और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने में सक्षम हो सके। इस अवसर पर वाइस प्रिंसिपल मुक्ति क्लारेंस, प्रो.निशित, प्रो. सुस्मिता चौधरी सेन, प्रो. संचिता घोष चौधरी एवं नवल नारायण चौधरी मुख्य रूप से उपस्थित थे।

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