गया।राष्ट्रस्तर पर अपने बेहतरीन प्रदर्शन को बरक़रार रखते हुए दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय सीयूएसबी के स्कूल ऑफ लॉ एंड गवर्नेंस एसएलजी ने एक और उपलब्धि अपने नाम की है | जन सम्पर्क पदाधिकारी पीआरओ ने बताया कि एसएलजी के बीए एलएलबी के छात्र अवुला वीरभद्र रेड्डी ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, हैदराबाद द्वारा आयोजित “तीसरी नालसर – सीसीआई एंटी ट्रस्ट मूट, 2024” प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता का पुरस्कार जीता है । प्रतिस्पर्धा कानून पर केंद्रित इस कार्यक्रम में देश भर के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों ने भाग लिया था । इस प्रतियोगिता में सीयूएसबी की टीम में कौशिक कुमार और शिवा रानी वक्ता थे और अवुला वीरभद्र रेड्डी शोधकर्ता थे। रेड्डी की इस उपलब्धि पर कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह, कुलसचिव कर्नल राजीव कुमार सिंह, डी.एस.डब्ल्यू प्रो. पवन कुमार मिश्रा के साथ एसएलजी के प्रमुख एवं डीन प्रो. संजय प्रकाश श्रीवास्तव ने बधाई दी है । कुलपति ने वीरभद्र रेड्डी और उनकी टीम के सदस्यों की प्रशंसा करते हुए भविष्य में सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं है। विधि विभाग के प्रध्यापकगणों क्रमशः प्रो. अशोक कुमार, डॉ. प्रदीप कुमार दास, डॉ. सुरेंद्र कुमार, डॉ. पूनम कुमारी, डॉ. दिग्विजय सिंह, डॉ. देव नारायण सिंह, डॉ. मणि प्रताप, डॉ. अनंत प्रकाश नारायण, डॉ. कुमारी नीतू, डॉ. नेहा शुक्ला, डॉ. अनुराग अग्रवाल, डॉ. अनुजा मिश्रा आदि ने भी रेड्डी को बधाई एवं शुभकामनायें दी है।विस्तृत जानकारी देते हुए डॉ. पल्लवी सिंह समन्वयक, मूट कोर्ट सोसाइटी एवं डॉ. चंदना सुबा सदस्य, मूट कोर्ट सोसाइटी ने बताया कि प्रतियोगिता के लिए देशभर से कुल 24 टीमें पंजीकृत थीं | प्रतियोगिता के विभिन्न राउंड में क्वालिफाई करने के बाद रेड्डी ने शोधकर्ता परीक्षण के अंतिम दौर में जीत हासिल की है। इस जीत के लिए रेड्डी को 7500 रुपये की पुरस्कार राशि के साथ सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता का प्रमाण पत्र मिला है ।