सूरजपुर/छत्तीसगढ़/ सूरजपुर के ग्राम धरसेड़ी के आमापारा में मनरेगा के तहत बन रहे कुएं में बंधाई कार्य के दौरान दबे तीनों श्रमिकों का शव रेस्क्यू कर निकाल लिया गया है,,तीनों मजदूरों के शव को कड़े रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद निकाला जा सका,,,इस ऑपरेशन में जिला प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी जबकि जिले के कलेक्टर खुद पूरे समय मौके पर डटे रहे
कैसे हुई हादसा
धरसेड़ी गाँव सूरजपुर जिले के ओडग़ी विकासखंड में बसा है,,,,,जहाँ कल शनिवार को नानसाय सहित सात श्रमिक कुएं के निर्माण कार्य में लगे थे शाम लगभग पांच बजे अचानक कुआं धसक गया इससे नानसाय, सजन और दिगेंद्र प्रसाद कुएं में गिरकर मलबे के नीचे दब गए जिससे उनकी मौत हो गई,,,,घटना के बाद परिजनों ने मनरेगा के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है
पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे
दूसरी तरफ सूचना मिलते ही जिले के कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ सहित जिले के पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू शुरु करने के आदेश दिया,,,,आदेश मिलते ही कल देर शाम रेस्क्यु ऑपरेशन शुरू किया गया और पूरे रात रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा लेकिन मजदूरों के दबे शवों के मिलने का सिलसिला आज शुरू गया,,,,कुएँ में मलबे में दबे मजदूरों का शव आज एक एक कर कई घण्टों के अंतराल में मिला औऱ पाँच बजट बजते तीनों मजदूरों का शव निकाल लिया गया,,,धरसेड़ी गाँव मे दुखद तीन मजदूरों की मौत को प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी दुखद बताते हुए तीनों पीड़ित परिवारों को पांच लाख पच्चीस हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की,,,जबकि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव हेलीकॉप्टर से पीड़ित परिवार से मिलने पहुँचे परिवारों से मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने सहायता राशि के अलावा अन्य मदद का भी भरोसा दिया।
बहरहाल मनरेगा से जहाँ परिवारों को रोजगार देने का दावा किया जाता है आज उसी मनरेगा के तहत बन रहे कुएँ ने तीन जिंदगियां छीन लिया,,,,घटना के बाद से ही मनरेगा के रोजगार सहायक औऱ तकनीक सहायक पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं ।