वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे पर एकता विकास मंच का ऑनलाइन जागरूकता अभियान

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प्रख्यात डाइटीशियन दीपाली मिश्रा ने दिया तीसरे वेभ से बचने का उपाय

गुनगुने पानी के साथ करें आँवला, एलोवेरा जूस का सेवन

गम्हरिया। कोरोना महामारी के दूसरे एवं आने वाले तीसरे वेभ से स्वंय एवं अपने बच्चों को बचाने के लिये ऑनलाइन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जमशेदपुर की प्रख्यात डायटीशियन दीपाली मिश्रा ने कोरोना के लहर से बचने के लिए कई घरेलू नुस्खे से लोगों को अवगत कराया। कहा कि महामारी के समय मे अपने शरीर को बीमारियों से बचाने के लिए इम्युनिटी को बढ़ाना जरूरी है। जिससे शरीर में इन बीमारियों से लड़ने की शक्ति बढ़ सके। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए हमें दिनचर्या को बदलनी होगी, और पौष्टिक भोजन का सेवन करना होगा। सुबह एक गिलास गुनगुना नींबु पानी या आंवला और एलोवेरा का जूस पियें। इसमे एन्टी- इंफ्लामेटरी और एन्टी- माइक्रोबियल गुण होते है जो सर्दी, खाँसी या पेट के समस्या का निदान करता है।

8 घंटे की नींद आवश्यक

सेहतमंद और रोगमुक्त रहने के लिए कम से कम 8 घंटे की नींद आवश्यक है । उसके बाद नियमित रूप से 1 घंटे का योग या कसरत अनिवार्य है। अपने भोजन में हरी और पत्तेदार साग सब्जियों को सम्मिलित करें। साथ ही सूखे मेवे जैसे किशमिश, अंजीर, मुनक्का, बादाम, अखरोट का भी नियमित रूप से सेवन करते रहे जिससे प्रोटीन, विटामिन, मिनरल , फाइबर, एन्टी-ओक्सिडेंट, ओमेगा-3 फैटी एसिड और अन्य जरूरी पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में मिल जाते है।

भिंगोये खजूर या छुहाड़े खाएं

प्रतिदिन इनके सेवन से डाईबिटिज, एनीमिया, हाई एवं लो ब्लड प्रेशर, हृदय संबंधित रोग, कैंसर जैसी समस्याएं दूर रहती हैं। रोजाना 4-5 भिगोये हुए खजूर या छुहारे, 10-15 किशमिश लेने से कब्ज से लेकर एनीमिया जैसे बीमारियों से छुटकारा मिलता है। साथ ही 2-4 अंजीर से सर्दी, जुकाम, डायबिटीज और अस्थमा में राहत मिलती है।

मल्टी ग्रेन आटा का करें उपयोग

आहार में ‘होल ग्रेन्स’ या साबुत अनाज/मिलेट उपयोगी है। साथ ही मल्टी- ग्रेन आटा जिसमे बाजरा, ज्वार,मक्का,रागी ,गेंहू सम्मिलित हो ,उपयोग करने से प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम,थाईमिन, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व एक साथ मिल जाते हैं। दाल का सेवन भी भरपूर मात्रा में करें।

दूध की चाय का सेवन कम करें

दूध के चाय का सेवन कम करें। इसके अत्यधिक सेवन से शरीर जल्दी डीˈहाइड्रेट्‌ हो जाता है, पाचनतंत्र कमजोर हो जाता है, शरीर की आयरन अवशोषित करने की शक्ति कम हो जाती है जिससे आयरन की कमी होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके स्थान पर हर्बल चाय या तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा, दालचीनी, हल्दी से निर्मित काढ़ा का प्रयोग करें।
हल्दी वाले दूध का नियमित प्रयोग काफी लाभकारी है। चीनी के जगह शहद का प्रयोग करें। 1-2 उबले अंडे ले सकते हैं। शरीर को हमेशा हाइड्रेटेड रखें। नारियल पानी पियें। बासी भोजन, प्रोसेस्ड या फ्राइड फूड, ठंडी चीज़ों से दूर रहें। मास्क , ग्लव्स एवं सैनिटाइजर का अनिवार्य रूप से व्यवहार करें।

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