धनबाद /झरिया /सेंट चिश्ती सहीद मेमोरियल एकेडमी स्कूलके प्राचार्य एस अहमद ने राज्य सरकार से मांग किया शिक्षकों के मानदेय देने का झरिया कोयला अंचल ने गुदड़ी का लाल कहे जाने वाले सेंट चिश्ती सहीद मेमोरियल अकैडमी डीग वाह डी मांझी बस्ती। स्कूल के प्राचार्य भेंटवार्ता ने बताया कि पूरे राज्य में शिक्षकों का हाल बद से बदतर हो गया और भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उन्होंने बताया कि हमारे विद्यालय में निर्धन असहाय व्यक्ति एवं दलित आदिवासी एवं मुस्लिम के बच्चों को शिक्षा दिया जा रहा है। परंतु अभिभावक पैसा के अभाव होने के नाते वह विद्यालय की फीस देने में असमर्थ है जिस कारण से विद्यालय के शिक्षक को एवं शिक्षक आ को जीवन यापन चलाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है और वह दूसरे काम भी नहीं कर पा रहा है कारण की वह शुरू से ही शिक्षा कि दीप जलाने में लगे हुए हैं और लोगों को शिक्षा दे रहे हैं परंतु दुर्भाग्य यह है कि 1 वर्ष से पूरे भारत में महामारी फाइल जाने को लेकर विद्यालय का हाल बुरा हो गया है जिससे कि शिक्षक एवं शिक्षिका है कोई जीवन यापन चलाने में दुर्लभ उत्पन्न हो गया है। श्री अहमद ने बताया कि राज्य सरकार को एक बार गहरी मंथन करते हुए इस ओर ध्यान देना चाहिए कि राज्य में शिक्षकों को मानदेय के रूप में निजी विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को देकर उनकी भुखमरी को दूर किया जा सकता है। श्री अहमद ने शिक्षक संघ के पदाधिकारियों से भी इस और ध्यान देने की बात बताएं और सरकार तक बात पहुंचाने में शिक्षकों को सहयोग करना चाहिए जिससे कि उनकी घटनाएं दूर हो सके। इन लोगों ने खासकर धनबाद जिला के जितने भी निजी विद्यालय है सबका स्थिति करीब-करीब एक ही जैसा है इसलिए इस ओर ध्यान देना चाहिए उन्होंने जोर देकर कहा कि राज सरकार अगर ध्यान दे दे तो भुखमरी से निकल सकता है और लोगों को सेवा हर हमेशा जैसे कर रहे हैं करते रहेंगे।