संविधान दिवस पर गोष्ठी का आयोजन

भूली। भूली बी ब्लॉक अम्बेडकर भवन में संविधान दिवस के अवसर पर अम्बेडकर विचार मंच के तत्वाधान में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
विचार गोष्ठी की सुरुवात बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर के तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता नरेश पासवान ने की। गोष्ठी का संचालन सूरज कुमार पासवान ने किया।
बतौर अतिथि पी बी सिंह ने अपना विचार प्रकट करते हुए संविधान दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। बतौर मुख्य वक्ता नागरिक संघर्ष मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ बालेश्वर कुशवाहा ने कहा कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। 26 नवंबर 1949 को इसे स्वीकार किया गया और 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ। इसे बनाने में 299 सदस्यों ने भूमिका निभाई । जिसके अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद थे। संविधान निर्माण में बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर का महत्वपूर्ण योगदान था। जिसे कभी भुलाया नही जा सकता है। हमे अपने संविधान के प्रति सम्मान रखना होगा और इसकी रक्षा करनी होगी।
अध्यक्षता कर रहे नरेश पासवान ने कहा कि बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर के योगदान को देखते हुए उनके सम्मान में 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाने की घोषणा की थी। साथ ही इसका उद्देश्य हर नागरिक के मन में अपने संविधान के प्रति सम्मान बढ़ाना था।
सूरज कुमार पासवान ने कहा कि संविधान के रक्षा के लिए मजबूत सरकार की जरूरत पड़ती है। सरकार ही है जो संविधान को बदल सकता है और इसे लागू करा सकता है। इसलिए सभी वयस्क नागरिकों का यह कर्तव्य है कि देश में हमेशा मजबूत सरकार का गठन करे। ताकि हमारा संविधान सुरक्षित रहे। युवा साथियों पर इसकी बड़ी जिम्मेदारी है कि जन कल्याणकारी सरकार सत्ता में आए।
मौके पर नीरज शर्मा, मनमोहन सिंह, बीरेंद्र पासवान, बाबूलाल रजवार, ब्रजेश सिंह, रवि रंजन यादव, मोहम्मद अनवर, किशोरी प्रसाद, ईश्वर प्रसाद, बिरजू कुमार, अरविंद कुमार चौहान, रंजन मोदी आदि मौजुद थे।

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