धनबाद। अंतरराष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आम आदमी पार्टी के भास्कर सुमन ने अपना विचार साझा करते हुए कहा कि विश्व भर में 03 मई 2021 को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। यह दिवस प्रेस की स्वतंत्रता के सम्मान में मनाया जाता है । गौरतलब है कि भारत में प्रेस की स्वतंत्रता भारतीय संविधान के अनुच्छेद-19 में भारतीयों को दिए गए अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार को सुनिश्चित करता है। विश्व स्तर पर प्रेस की आजादी को सम्मान देने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा द्वारा 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया, जिसे विश्व प्रेस दिवस के रूप में भी जाना जाता है। यूनेस्को द्वारा वर्ष 1997 से हर साल 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर गिलेरमो कानो वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम प्राइज भी दिया जाता है। यह पुरस्कार उस व्यक्ति अथवा संस्थान को दिया जाता है जिसने प्रेस की स्वतंत्रता के लिए उल्लेखनीय कार्य किया हो।
भास्कर सुमन कहते हैं कि पत्रकारिता एक ऐसा कलात्मक सेवा कार्य है जिसमें सामयिक घटनाओं को शब्द एवं चित्र के माध्यम से पत्रकार रोज दर्ज करते हैं। इसे एक तरह से दैनिक इतिहास लेखन कहें तो आश्चर्य की बात नहीं। वर्तमान समय में पत्रकारिता जिन चुनौतियों का सामना कर रही है यह अत्यन्त विचारणीय है। अप्रत्यक्ष रूप से जिस तरह प्रेस को प्रभावित किया जाने लगा है इससे प्रेस की आजादी को भी एक गहरा आघात हुआ है। किसी भी विचारधारा या किसी भी सोच से प्रभावित हो कर खबर प्रकाशित करना पत्रकारिता के उसूलों को प्रभावित करता है। सरकार को चाहिए कि पत्रकारों को एक सुरक्षित माहौल उपलब्ध करवाए जहां उन्हें किसी दवाब में अपने नैतिक मूल्यों से समझौता नहीं करना पड़े तभी समाज पत्रकारिता को व्यवसाय के इतर भी देख सके।