गम्हरिया। अभियंता दिवस के अवसर पर राजकीय महिला पोलिटेक्निक में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सिंचाई विभाग के पूर्व उप सचिव (बजट) सह अवकाश प्राप्त अधीक्षण अभियंता पीएन सिंह ने कहा कि मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या के जन्मदिन पर हमें विकास का संकल्प लेने की जरूरत है। अभियंता का दूसरा रूप भगवान विश्वकर्मा है। जबकि विशेश्वरय्या को अभियंताओं के भगवान का दर्जा दिया गया है। कहा कि उनके आदर्श और संस्कार हमें अपने जीवन में उतारने की जरूरत है। इस अवसर पर पॉलिटेक्निक की छात्राओं की ओर से करीब दो सौ से अधिक विज्ञान तकनीकी पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई। इस अवसर पर इनोवेशन फेयर, आईओटी, एआई, मेकाट्रोनिक्स, आर्किटेक्चर एण्ड बिल्डिंग डिजाइन विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान वॉल पेंटिंग, रंगोली समेत जीवंत विषय पर आकर्षक पेंटिंग उकेर कर कला दक्षता का जीवंत परिचय दिया। इस अवसर पर शहर के जाने माने अभियंताओं समेत अन्य अतिथियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इससे पूर्व दीप जलाकर समारोह का उदघाटन किया गया। पॉलिटेक्निक के प्राचार्य संजीव कुमार ने कहा कि संस्थान के विकास के लिए इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इसमें बच्चों को अपनी बौद्धिक क्षमता को प्रदर्शित करने का मौका मिलता है। साथ ही समाज में फैले सरकारी कॉलेज के भ्रम को तोड़ना है। निजी कॉलेजों की तरह यहां भी अच्छे माहौल में बच्चे उम्दा प्रदर्शन कर रहे हैं। इस अवसर पर एसएस प्लस टू समेत अन्य विद्यालयों के बच्चों ने विज्ञान प्रदर्शनी का लुत्फ उठाया। कार्यक्रम में टीजीएस के जीएम शरद कुमार शर्मा, टाटा स्टील ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के प्राचार्य वेद प्रकाश, एनआईटी के सहायक प्राध्यापक अशोक कुमार मंडल, ओमहरि गुप्ता, बीओआईटी, कोलकाता के एसोसिएट प्रोफ़ेसर सुमंत भट्टाचार्य, प्राचार्य विनीत सिन्हा, प्रो. केपी दत्ता, सुशांत मोहंती, भारतेंदु कुमार, कृष्णा देव पंडित, कौशिक चांद, निशिथ कुमार सिन्हा, भास्कर ठाकुर, मुखिया सविता हांसदा, मिठाई लाल यादव, बिहारी गौड़ आदि उपस्थित थे।