औरंगाबाद | औरंगाबाद जिले के नबीनगर नगर पंचायत क्षेत्र के बस स्टैण्ड के समीप बंद पडे आरा मिल में एक युवक का शव बरामद हुआ है। उसकी हत्या की आशंका जताई जा रही है। आरा मिल के पीछे शव मिलने की खबर पाकर आसपास के लोगों की काफी भीड़ जमा हो गई। शव की पहचान नबीनगर थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव निवासी सत्यनारायण सिंह का 16 वर्षीय पुत्र अर्चित कुमार सिंह के रूप मे की गई। स्थल पर मौजूद मृतक का बड़ा भाई रंजन कुमार सिंह ने बताया कि उसका छोटा भाई अर्चित शुक्रवार को सुबह कोचिंग पढ़ने के लिए घर से निकला था शाम तक वापस घर नहीं लौटने पर उसकी खोजबीन शुरू की गई । खोजबीन में मालूम हुआ कि वह कोचिंग से सुबह नौ बजे ही निकल गया था छानबीन में मालूम हुआ कि वह शाम तक कुछ दोस्तों के साथ घूमते हुए पाया गया। इसी के आधार पर उसके दोस्त अमन, पिता हरेंद्र तिवारी, रामपुर गांव निवासी और एक और साथी को पकड़ कर पूछताछ किया गया।
पूछताछ करने में इन लोग के द्वारा बात बरगलाने की कोशिश की गई। ग्रामीणों और मृतक के परिजनों द्वारा दोनों को पकड़कर स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया मृतक का भाई रंजन कुमार ने बताया कि एक और लड़का जोगाबांध गांव का विशाल भी इसके साथ था लेकिन उससे संपर्क करने पर बात नहीं हो सका। ऐसा प्रतीत होता है कि छात्र की हत्या आरा मिल के पीछे उसी जगह पर हुई है। आरा मिल चारो तरफ से चहारदीवारी से घिरा हुआ है और उसमे काफी झाडी उग आए हैं। घटना स्थल पर मृतक का स्कूली बैग उसी जगह पर रखा हुआ है।
हत्या की इस वारदात के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। फिलहाल हत्या के कारणों की जानकारी नहीं मिल सकी है। घटना से गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर दिया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे.
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस निरीक्षक विजेंद्र कुमार यादव,थानाध्यक्ष मनोज कुमार पाण्डेय, प्रखंड विकास पदाधिकारी देवानंद सिंह,अंचल अधिकारी आलोक कुमार,एसआई अरविंद कुमार, एएसआई तारकेश्वर तिवारी, पीएसआई पिंकी कुमारी, पीएसआई अनित कुमार ने आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया और शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है।
फिलहाल पुलिस ने परिजनों के बयान के आधार पर अपनी तफ्तीश शुरू कर दी है और हत्याकांड में शामिल अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लेने का भरोसा दिलाया है। मृतक के शरीर पर चाकू के चोट के कई निशान पाए गए हैं। अधिकारियों की कार्रवाई के भरोसा के बाद परिजन शांत हुए जिसके बाद सड़क से जाम हटाया गया।