भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री और उनके अधिकारियों मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं करने की चेतावनी दी
रांची : आयुष्मान योजना का लाभ ले रहे मरीजों को भी झारखंड सरकार की चरमराई व्यवस्था के कारण दर-दर भटकना पड़ रहा है। कहा कि मरीजों को किसी भी तरह का ऑपरेशन कराने में आयुष्मान भारत पूर्ण रूप से उनके माली हालत पर किसी तरह का भार ना पड़े पर ऐसी सोच के साथ तैयार किया गया है।उन्होने कहा कि आयुष्मान भारत को राज्य सरकार अपने निजी फायदे के कारण रिम्स में टेंडर के नाम पर मरीजों को दर-दर भटकने पर मजबूर कर रही है।
श्री सिन्हा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के मंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री इस ओर ध्यान देने के बजाए टेंडर जैसे मामलों में मरीजों को उलझा कर परेशान कर रहे हैं।
झारखंड में स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह से चरमराई और निकम्मी साबित हो रही है। यहां पर सिर्फ बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं पर धरातल पर कुछ और ही नजर आता है।
कहा कि झारखंड की जनता इससे बुरी तरह से प्रभावित है हार्ट,न्यूरो जैसे गंभीर मरीज एक उम्मीद लेकर रिम्स जाते हैं और वहां के अधिकारियों के द्वारा आयुष्मान योजना मे टेंडर नहीं होने की बात कह कर लौटा दिया जाता है।
उस मरीज को किसी भी तरह की सुविधा की उम्मीद नहीं रहती।
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान कार्ड के माध्यम से सभी को स्वास्थ्य लाभ के लिए 5 लाख तक देकर मरीजों को जीने की नई राह दिखाई पर झारखंड सरकार इस ओर भी पूर्ण रूप से उदासीन नजर आ रही है।
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के बड़े-बड़े दावे पूर्ण रूप से सिर्फ दावे ही बनकर रह गए उनको मरीजों के स्वास्थ्य और उनकी परेशानी से कोई मतलब नहीं।इसको झारखंड की जनता देख रही है।
श्री सिन्हा ने झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपने निजी स्वार्थ और लाभ के कारण आयुष्मान टेंडर जैसे गंभीर मामलों को भी ताक में रखकर मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर बिचौलियों को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है ।