धनबाद। बच्चो पर पढ़ाई को लेकर ज्यादा दबाब से उत्पन्न स्थिति को लेकर एक बार फिर विमर्श की आवश्यकता पर बल देते हुए अधिवक्ता सह मार्क्सवादी युवा मोर्चा के धनबाद जिला उपाध्यक्ष संदीप कौशल ने अपना विचार साझा करते हुए कहा कि वर्तमान में शिक्षा को लेकर अभिभावकों द्वारा ज्यादा दबाब बनाया जा रहा है । जिसके कारण बच्चे मानसिक तनावग्रस्त हो रहे हैं। हाल ही में गोविंदपुर के एक कोचिंग संस्थान से कक्षा 6 की छात्रा का सोसाइड नोट मिलने की घटना सामने आई। हालांकि कक्षा 6 की छात्रा का इस कदम को सहज स्वीकारा नही जा सकता। प्रशासन को इसे गंभीरता से अनुसंधान करने की जरूरत है। वही अभिभावकों को नये सिरे से बच्चो की पढ़ाई पर सोचना होगा। बच्चो के प्रतिभा को पहचानने और बच्चो को उनके इच्छा अनुरूप क्षेत्र चुनने को लेकर स्वतंत्रता को लेकर चर्चा किया जाना चाहिए। लेकिन अत्यधिक दबाब के कारण बच्चो के मानसिक तनाव को बढ़ाने के वजाय उनसे बात कीजिये। एक स्वस्थ माहौल बनाने की जरूरत है। जहां बच्चे अपनी समस्या को बता सकें। अगर बच्चे अपनी समस्या बताएंगे तो समाधान भी स्वस्थ निकलेगा। दसवीं या बारहवीं के परीक्षा के दबाब को लेकर बच्चो को गाइड किया जाता है। प्रतियोगिता परीक्षा के समय भी गाइड किया जाता है। लेकिन कक्षा 6 की छात्रा का सोसाइड नोट अति गंभीर स्थिति को बताता है। अभिभावक का कितना दबाब होगा या कोचिंग संस्थान का दबाब होगा या स्कूल का कितना दबाब होगा इसे समझने की जरूरत है और नये सिरे से इस विषय चर्चा किया जाना चाहिए ताकि कोई अबोध बच्चे असमय हमे छोड़ कर न जाय। इस विषय पर स्कूल, कोचिंग संस्थान, अभिभावक को सोचना होगा।