झरिया। 11वां वेतन समझौता को देरी को लेकर अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ (BMS) द्वारा कोयला सचिव अमृत लाल मीणा को पत्र लिखकर राष्ट्रव्यापी संपूर्ण कोयला उद्योग में संघ द्बारा आंदोलन करने का बिगुल फूंक दिया है।
धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ के महामंत्री सह केंद्रीय सलाहकार समिति के सदस्य रामधारी ने बताया की कोल इंडिया में कामगारों का वेतन समझौता समय पर न होने का रिकॉर्ड बन गया है, देरी की वजह से कामगारों को आर्थिक नुकसान सहना पड़ता हैं 3 जनवरी 2023 को जे.बी.सी.सी.आई.की आठवीं बैठक में काफी जद्दोजेहाद के बाद 19 परसेंट एम.जी.बी. पर सहमति बनी अब सामाजिक सुरक्षा,भत्ते,रिटायरमेंट बेनिफिट पर अभी समझौता होना बाकी है ,कोल इंडिया प्रबंधन 11 वां वेतन समझौता के प्रति गंभीर नहीं है प्रबंधन की इस नकारात्मक रवैया से श्रमिकों में काफी रोष है रामधारी ने बताया की कोल इंडिया प्रबंधन द्वारा पहले डी.पी.ई.एव दस वर्ष का वेतन समझौता को लेकर के पहले रोड़ा डाला अब सब कमेटी के नाम पर वेतन समझौता को टाल मटोल की निती अपनाकर समझौता वार्ता लंबी खींचने का फिराक में है कोल इंडिया प्रबंधन की इस नीति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहां की कोल इंडिया प्रबंधन की इस नीति को चलने नहीं देंगे।
अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के महामंत्री सह जे.बी.सी.सी.आई. के सदस्य सुधीर घुरडे के द्वारा उल्लेखित पत्र में लिखा गया की संपूर्ण राष्ट्र व्यापी कोयला उद्योग में 19, 20 21 फरवरी को गेट मीटिंग पीट मीटिंग कर सभी क्षेत्रों में 21 फरवरी को महाप्रबंधक के समक्ष क्षेत्रीय कार्यालयों पर धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम के माध्यम से जागरूक कर आगेउग्र आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएंगी।
रामधारी ने सभी क्षेत्रों के कोयला कामगारों से अपील कर कहा की अपनी चट्टानी एकता का परिचय देते हुए इस आंदोलन में भागीदारी निभाएं।