दुर्ग शहर को पहली बार ऐसा महापौर मिला जिसे चाटुकारिता एवं चापलूसी से फुर्सत नहीं है – जितेन्द्र वर्मा

दुर्ग। दुर्ग नगर पालिक निगम में कांग्रेस के 3 वर्ष पूर्ण होने पर प्रतिक्रिया देते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि 03 सालों में दुर्ग के महापौर धीरज बाकलीवाल ने केवल विधायक की कठपुतली बनकर ही कार्य किया है। पिछले 3 वर्षों से दुर्ग शहर में ऐसा कोई भी उल्लेखनीय कार्य नहीं हुआ जिससे कि दुर्ग शहर के अलग पहचान दिखाई दे। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा अमृत मिशन योजना के अंतर्गत दिया गए 133 करोड़ रुपये की राशि का जमकर दुरुपयोग एवं बंदरबांट किया गया । शहर के माता, बहनों तथा आम नागरिकों को को उनके घर तक नल के माध्यम से पानी पहुंचाने के लिए लाई गई केंद्र की मोदी सरकार की अमृत मिशन जैसी महत्वकांक्षी योजना के लिए ग्लोबल टेंडर होना था लेकिन स्थानीय नगरी प्रशासन द्वारा विधायक एवं महापौर के निर्देश पर स्थानीय स्तर पर टेंडर करवाकर जमकर लूट एवं भ्रष्टाचार किया गया।

जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने कहा कि दुर्ग के निवासियों की निजी जमीन हड़पने के लिए वक्फ बोर्ड के षड्यंत्र में कांग्रेस शोषित नगर निगम भी शामिल रहा, जिसने वक्फ बोर्ड के दावे पर किसी तरह की तहसील कार्यालय में आपत्ति दर्ज नहीं कराई जबकि वक्फ बोर्ड के दावे वाली जगह पर नगर निगम की सड़क, नाली, पानी टंकी सहित अनेक संपत्तियां स्थापित है। पिछले 3 सालों में दुर्ग नगर निगम के कांग्रेसी शोषित कार्यकाल में अकर्मण्यता और भ्रष्टाचार के सिवाय कोई भी कार्य शहर के नागरिकों के लिए उपलब्ध नहीं कराई गई ।

जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि विगत 3 वर्षों से दुर्ग नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत एक भी गरीब को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। ऐसे महापौर जो जनहितकारी योजनाओं को अपने क्षेत्र में लागू ना करवा सके उन्हें पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। पूरा दुर्ग शहर पिछले 3 सालों से लगातार बदहाल और गड्ढेयुक्त सड़कों से परेशान है, जिसके कारण अब तक दुर्ग शहर के सैकड़ों नागरिक दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं और कई नागरिकों की तो मृत्यु तक हो चुकी है लेकिन महापौर को केवल चाटुकारिता एवं चापलूसी करते हुए शहर विधायक का जन्मदिन मनाने के लिए नगर निगम कार्यालय में पूरा अमला झोंक कर पार्टी का आयोजन करने में ही ध्यान रहता है। दुर्ग शहर में पहली बार ऐसा व्यक्ति महापौर बना है जिसको जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं बल्कि वह एक नेता को खुश करने में ही 24 घंटे लगे रहते हैं।भ्रष्ट आचरण, प्रशासनिक कुप्रबंधन और लापरवाह व्यवस्था के साथ सबसे निम्न स्तर का कार्य नगर निगम दुर्ग मेविगत 3 वर्षों में हुआ है। जोकि शहर के नागरिकों का घोर अपमान है

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