गणित के बगैर सृष्टि की रचना संभव नहीं-डीडीसी
गम्हरिया। उप विकास आयुक्त प्रवीण कुमार गागराई ने कहा कि गणित के बगैर सृष्टि की रचना संभव नहीं है। हमारे इर्द-गिर्द की सभी चीजें गणित से जुड़ी है। गणित हमारा मार्गदर्शक है। गणित सम्मान है। गणित की परिभाषा अनंत है। यह ज्ञान का असीम भंडार है। राजकीय महिला पॉलिटेक्निक में राष्ट्रीय गणित दिवस पर आयोजित प्रदर्शनी सह सांस्कृतिक कार्यक्रम का उदघाटन करते हुए डीडीसी ने कहा कि गणित के जनक श्रीनिवास रामानुज के लिए यह बड़ी श्रद्धांजलि है। उन्होंने छात्राओं की ओर से प्रस्तुत कार्यक्रम की सराहना की। कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से बच्चों ने विलक्षण प्रतिभा की मिसाल पेश की है। इस अवसर पर एनआईटी के निदेशक करुणेश कुमार शुक्ला ने कहा कि आधुनिकता के इस युग में गणित का महत्व काफी बढ़ा है। यह विद्यार्थियों का मानसिक विकास के साथ बौद्धिक क्षमता को बढ़ाता है। कहा की देश के महान गणितज्ञों में आर्यभट्ट का नाम सबसे पहले आता है। उन्होंने छात्राओं को विषम परिस्थितियों में भी अपने लक्ष्य को हासिल करने का आशीर्वचन दिया। इस अवसर पर संस्थान की प्रभारी प्राचार्या रेखा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की जानकारी दी। इस अवसर पर छात्राओं की ओर से सौ से अधिक गणित मॉडल की आकर्षक प्रदर्शनी लगायी गयी थी, जिसे अतिथियों ने सराहना की। कार्यक्रम में क्विज, सेमिनार, भाषण, संगीत, नृत्य, लघु नाटिका आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें अव्वल प्रतिभागियों को मेडल, पुस्तक एवं प्रमाणपत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर गणितज्ञ प्रो. डॉ. राजनंदन किवोल्ट, डॉ. ज्यन्द कुमार, प्रो. संजय कुमार, कार्यपालक दंडाधिकारी बबली कुमारी, डॉ. ज्योतिंद्र नारायण, कुमार मनोज, सुबोध कुमार, मुकेश कुमार महतो, देवव्रत साहू, बबिता महतो, ज्योशी नैनशी हिंज, अंजली मंडल, दीपशिखा दास, बिहारी गोंड, शिव सागर प्रसाद, विष्णु सिंह, रवि कुमार, सूरज कुमार आदि उपस्थित थे।