छत्तीसगढ़। बलौदाबाजार जिले में जिस तरह से कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ रही है तो वही स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना से निपटने कोरोना का टीका भी उसी तेजी से लगा रही है। जिले में कुल 60 टीकाकरण केंद्र बनाए गए है और प्रत्येक टीकाकरण केंद्र में रोजाना 200 लोगो को टिका लगाने की सुविधा है। अभी जिले में सभी हेल्थ वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स समेत 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो को टिका लगाया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि अभी तक जिले में अभी तक लगभग 58 हजार लोगों को कोरोना का टिका लगाया जा चुका है। कोरोना संक्रमण की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है। जिसके चलते जिले में धारा 144 भी लागू कर दिया है। वही स्वास्थ्य विभाग की माने तो वह भी टीकाकरण का काम तेजी से करती नजर आ रही है। 16 फरवरी से शुरू हुए टीकाकरण अभियान में पहले सिर्फ 3 टीकाकरण केंद्र बनाए गए थे जिसमें रोजाना सिर्फ 100 लोगो को टिका लगना था, लेकिन अब जिले में कुल 60 टीकाकरण केंद्र खोले गए है और रोजाना 200 लोगो को टिका लगाने की व्यवस्था की गई है। मुख्य जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ खेमराज सोनवानी ने बताया कि हमे 68 हजार टिका के डोज मिल चुके है जिसमे से अभी तक 58 हजार लोगों को टिका लगाया जा चुका है। जिले में सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स एवं मितानिनों को टिका लगाया गया जिसमें 88 प्रतिशत हेल्थ वर्कर्स को टिका लगाया जा चुका है। जिसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर्स को टिका लगाया गया जिसमें 87 प्रतिशत फ्रंट लाइन वर्कर्स को टिका लग चुका 20 प्रतिशत से भी अधिक 45 और 60 वर्ष से अधिक उम्र वालो को टिका लग चुका है। मुख्य जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मीडिया के सवाल पर बताया कि टीकाकरण लगवाना कोरोना संक्रमण से बचने का उपाय नही है। टीकाकरण लगना और कोरोना संक्रमित होना दोनो अलग-अलग बात है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सबसे अच्छा विकल्प मास्क और सेनिटाइजर का उपयोग करना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण का कारण संक्रमित लोगो के संपर्क में आने होता है। अगर टिका लग गया हो तब भी संक्रमण का खतरा है, टीकाकरण से मात्र कोरोना के प्रभाव को कम किया जा सकता है ना कि उससे बचा जा सकता है। इसलिए सबसे अच्छा है मास्क और सेनिटाइजर का उपयोग करे और सामाजिक दूरी बनाए रखे।