जमुआ / शंकर या महादेव आरण्य संस्कृति जो आगे चलकर सनातन शिव धर्म नाम से जाने जाते है,सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक है। वह त्रिदेव में एक देव है जिसे महादेव भी कहते है। शिव एक महान देवता है।सिर्फ महान देवता ही नही गुरुओं के भी गुरु है।शिव इस पूरे ब्रह्मांड के प्रथम गुरु है।जमुआ प्रखंड के अंतर्गत पंचायत चुंगलो में बीते करीब पांच वर्षों से भगवान शिव की पूजा आज भी चुंगलो की महिला सभी करते आ रहे है,जिसकी अध्यक्षता चुंगलो पंचायत के पूर्व उपमुखिया बसंती देवी कर रही है,उसके साथ सहयोग के लिए कई दर्जन महिलाएं साथ रहती है। सभी शिव भक्तों का कहना है,जब से हमलोग भगवान शिव की पूजा कर रहे है,भगवान की कृपा से सारी मनोकामना पूर्ण हो रही है। यह पूजा खासकर सोमवार को किया जाता है सभी एकजुट होकर भगवान शिव की फोटो लगाकर अगरबती जलाते है।उस दिन सारी महिलाएं उपास रहकर पूजा करीब 3घंटो तक करती है। परंतु अलग अलग घर महिलाएं जाकर प्रत्येक दिन पूजा करते है,अलग अलग तरह की भोग सूजी, बदाम, प्रत्येक दिन ग्रामीणों लगाते है।शिव चर्चा शुरू करने की श्रेय हरेंद्र भैया को शिव चर्चा जानना जरूरी है।सभी शिव चर्चा भक्तों का कहना है।साउंड सिस्टम के साथ पूजा कर नृत्य भी करते है। महिलाएं में खुशी की ऊर्जा बेहद होती है।