पाकुड़िया(पाकुड़): एक ओर राज्य सरकार प्रदेश में 24 घंटे विजली आपूर्ति कराने का दावा कर रही है वहीं, दुसरी ओर बिजली विभाग पाकुड़िया प्रखंड को मात्र 5 से 6 घंटे वह भी अनियमित विजली आपूर्ति करते हुए सरकारी दावों को पलिता लगाने का काम रहा है। जिससे न केवल आम बिजली उपभोक्ता की परेशानी वढ़ी है अपितु, बैटरी, ग्रिल सेवा व ब्यापारी वर्गो के अतिरिक्त पठन-पाठन कर रहे विद्यार्थियों की मुश्किलें वढ़ने के साथ रोष भी वढ़ता दिख रहा है। बताया जाता है पाकुड़िया में विगत साल दो हजार विशेष कर कोरोना काल से ही विजली की आपूर्ति कई अवसरों को छोड़ कर सामान्य दिनों में अनियमितता जारी है। शुक्रवार से ही बिजली आपूर्ति काफी लचर बनी हुई है जिस कारण नागरिक एवं उपभोक्ता की परेशानी बढ़ गई हैं। इन दिनों गर्मी पड़ रही है और छात्र छात्राओं की परीक्षा की तैयारी में लगे है पर विजली की आपूर्ति में नियमितता के बिना सबों की परेशानी बढ़ रही है। प्रखंड के सुदूर ग्रामीण इलाकों तथा पाकुड़िया के बिजली उपभोक्ता विशेष रूप से प्रवुद्ध लोगों ने रविवार को विजली की लचर व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा रघुवर सरकार के समय बिजली की आपूर्ति पाकुड़िया सहित ग्रामीण इलाकों में 18 से 20 घंटे बिजली मिलती थी, वह भी नियमित रूप से लोगों ने प्रतिक्रिया में कहा की वर्तमान समय में बिजली की आवश्कता है और सामाजिक प्रगति में बिजली की महत्ता को नकारा नहीं जा सकता। एक सवाल के जबाव में प्रवुद्ध व्यक्ति ने कहा जन प्रतिनिधियों की उदाशीनता तथा बिजली विभाग की लापरवाही के कारण पाकुड़िया की उपेक्षा हो रही है जबकि बिजली उपभेक्ता तो लाइन लगा कर बील समय पर देते हैं ऐसी स्थिति में विभागीय पदाधिकारी को गम्भीरता पुर्वक जांच कर नियमित बिजली आपूर्ति किया जाना चाहिए।