महिला कॉलेज में कुष्ठ रोग उन्मुखीकरण सह उन्मूलन कार्यशाला आयोजित

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सरायकेला / जिला कुष्ठ निवारण कार्यालय,पूर्वी सिंहभूम एवं सासाकावा इंडिया लेप्रोसी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान से जमशेदपुर महिला काँलेज में गुरुवार को एकदिवसीय कुष्ठ रोग उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।उक्त कार्यशाला का उद्घाटन कालेज के प्राचार्य डॉ0 सुधीर कुमार साहू के द्वारा किया गया।श्री साहू ने उपस्थित अतिथि-गण,शिक्षकगण तथा छात्राओं को संबोधित करते हुए कुष्ठ रोग के संबंध में फैली भ्रंतियों को पूर्णविराम लगाते हुए कहा की

उक्त रोग छुआछूत से नहीं फैलता है और न ही पिछले जन्म का पाप से इसका कोई सम्बन्ध है।जरूरत है तो केवल स्वच्छता के मानकों को हमारे दैनिक जीवन मे पालन करने की।जिला कुष्ठ परामर्शी डॉ0 राजीव लोचन महतो ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि शरीर मे रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाने से हमलोग बिमार होने लगते हैं। इसलिए हम सबों को पोष्टिक आहार, साफ पानी पीना चाहिये और किसी भी प्रकार का नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि कुष्ठ रोग एक वैक्टीरिया जनित रोग हैं और यह एम0डी0टी का सेवन करने से बिल्कुल ठीक हो जाता है। इस रोग का ईलाज सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में नि:शुल्क उपलब्ध हैं। इस रोग का जल्द पहचान कर ईलाज करने से दिव्यांगता से भी बचा जा सकता है।

यक्ष्मा, सर्दी, खासी, करोना आदि जैसे यह भी एक बिमारी हैं और इसका शत प्रतिशत सफल ईलाज उपलब्ध है। वर्तमान समय मे हमारे समाज में इस रोग के प्रति जो कमजोर नजरिया है उसे बदलने की जरूरत हैं।कुष्ठ रोगी भी हमारे समाज के अभिन्न अंग हैं अतः उन्हें भी स्नेह,सम्मान और साथ की जरूरत होती है और यह उनका अधिकार भी है।अतः हम सभी का कर्तव्य है समुदाय को जागरूक कर सकारत्मक सोच पैदा करना ताकि कुष्ठ रोग से संबंधित भ्रंतियों को दूर किया जा सके।साथ ही उन्होंने सबों से आग्रह करते हुए कहा कि किसी को भी शरीर में किसी भी प्रकार का दाग या सुनापन महसूस होने निसंकोच स्वास्थ्य केंद्र में आ कर शंका को दूर कर सकते हैं एवं इस संबंध में दूसरों को भी जागरूक करने की अपील की। सासाकावा इंडिया लेप्रोसी फाउंडेशन के क्षेत्रीय समन्वयक सेमुअल हाँसदा ने छात्राओं से रूबरू होकर कुष्ठ रोग के भ्रांतियां से अवगत कराया।इस अवसर पर कायचिकित्सक राज कुमार मिश्रा ने सेल्फ केयर कि जानकारी दी।उन्होंने बताया कि कैसे यह बिमारी हमारे आँख, हाथ,पैर, तंत्रिकाओं को नुकसान पहुंचाता है।उन्होंने बताया कि सेल्फ केयर के द्वारा दिव्यांता को रोक सकते हैं।जिला कुष्ठ कल्याण समिति के सचिव मो0 जैन्नुद्दीन ने कहा कि अभी लोग जागरूक हो रहें है।पहले इस रोग के कारण लोग पिड़ित के प्रति समाजिक भेदभाव करते थे लेकिन अभी दुनिया बदल रहीं है।अंत में सबों ने कुष्ठ रोग उन्मूलन का शपथ लिया। उपरोक्त के अलावा इस कार्यशाला में शिक्षक डॉ0 रत्ना मित्रा, डॉ0 अविनाश कुमार सिंह,जिला कुष्ठ कल्याण समिति के सचिव मो0 जैन्नुद्दीन, अपाल बोर्ड मेंबर जवाहर राम पासवान तथा काँलेज के छात्राऐं उपस्थित थे।

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