धनबाद / मगही भोजपुरी मैथिली संस्कृति बचाओ मंच के बैनर तले झरिया विधायक पूर्णिमा सिंह के आवास घेराव किया गया एवं मंच के द्वारा एक ज्ञापन दिया गया घेराव के दौरान मंच के वक्ताओं ने अपनी बात रखते हुए कहा कि सत्ता के लोभ के कारण आज हमारे विधायक मगही भोजपुरी अंगिका भाषा के साथ हुए अन्याय का विरोध नहीं किए हैं ना ही उन्होंने विधानसभा सत्र में जनसंख्या के आधार पर या सर्वे कराने के बाद मगही भोजपुरी अंगिका भाषा को क्षेत्रीय भाषा में शामिल करने की मांग को नहीं रखा है आज धनबाद के शहरी क्षेत्र में मगही भोजपुरी अंगिका भाषा के काफी संख्या में लोग रहते आ रहे हैं परंतु राजनीतिक षड्यंत्र के करण मगही भोजपुरी अंगिका भाषा के लोगों को बाहरी बोल कर अपमानित किया जा रहा है वर्तमान सरकार द्वारा स्पष्ट किया गया है कि यह भाषा झारखंड के कई जिलों के क्षेत्रीय भाषा में है परंतु धनबाद तथा बोकारो को क्षेत्रीय भाषा का दर्जा पाने के बाद उसे हटा देना पूरे धनबाद का दुर्भाग्य है इस षड्यंत्र से आने वाले समय मगही भोजपुरी
अंगिका भाषा के लोगों के साथ पक्षपात करते हुए शिक्षा एवं नियोजन नीति में तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग के नियोजन से वंचित रखा जाएगा यह हम लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित थे मंच के संयोजक मदन राम मंच के प्रवक्ता जितेंद्र पासवान वार्ड पार्षद शैलेंद्र सिंह मंच के संस्थापक सदस्य अभिषेक सिंह अविनाश सिंह विजय सिंह महिला नेत्री गीता सिंह मनन यादव डीसी खान इम्तियाज पिंटू आदित्य नारायण सोमनाथ चटर्जी विजय गुप्ता कुणाल सिंह पिंटू रोशन कुमार धनंजय कुमार अवधेश संजय कुमार सुमित्रा देवी ठंडा मनी देवी चिन्मोय घोष शीला देवी काला मणि देवी बेबी देवी सावित्री देवी बदामी देवी जूही देवी नरेंद्र सिंह पप्पू सिंह जोगिंदर सिंह अजय सिंह गुड्डू सिंह दीपक अभिनाश अर्जुन यादव रमेश जितेंद्र पंकज विनोद राजा गोलू यादव अजय मंडल शिबू भूईया प्रीतम शर्मा फिरोज खान सूरज सिंह कुश सिंह राजकुमार प्रिंस सिंह बबलू राजेंद्र भैया कुंवर सिंह महेश पासवान कुंदन सिंह सनी सिंह इंदु देवी आरती सीमा देवी खुशबू कुमारी बिंदु देवी राज बासपोर्ट विजय कुमार रोहित यादव शुभम कुमार शाहिद हरि कुमार सुनील शर्मा आनंद कुमार रोहित कुमार बादल कुमार तपन कुमार विक्की राज के अलावा सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे ।